राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) इन दिनों महाराष्ट्र में है। सात नवंबर को नांदेड़ से राज्य में प्रवेश करने के बाद यात्रा अभी तक हिंगोली और वाशिम जिलों को कवर कर चुकी है और 20 नवंबर को मध्य प्रदेश की ओर बढ़ने से पहले अकोला और बुलढाणा जिलों को कवर करेगी। कांग्रेस ने इस यात्रा को समाज के हर वर्ग के लोगों से जबर्दस्त समर्थन मिलने का दावा किया है। खुद राहुल गांधी ने इसका दावा किया है। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में पार्टी की स्थिति कमजोर नहीं है। सबसे अच्छी प्रतिक्रिया महाराष्ट्र में मिली है। यहां पर कांग्रेस का डीएनए है। इस यात्रा का सकारात्मक असर होगा।’’
इससे पहले पार्टी के संचार और प्रचार विभाग के प्रभारी और कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने गुरुवार को कहा कि 19 नवंबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 105 वीं जयंती है। इस अवसर पर यह निर्णय लिया गया है कि उस दिन भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ केवल महिलाएं ही चलेंगी।
अकोला जिले के वाडेगांव में रमेश ने संवाददाताओं से कहा, 19 नवंबर को यात्रा के दोनों सत्रों (भोजन पूर्व और मध्याह्न भोजन के बाद) में कांग्रेस और उससे जुड़ी शाखाओं की महिला कार्यकर्ता भाग लेंगी। महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों से पार्टी की महिला जनप्रतिनिधि उस दिन पैदल मार्च में शामिल होंगी।
कांग्रेस नेता राहुल ने कहा- विपक्ष लगातार मजबूत हो रहा है
इस बीच राहुल गांधी ने कहा है कि विपक्ष लगातार मजबूत हो रहा है। राहुल बोले, ‘‘हमने यात्रा इसलिए शुरू की है क्योंकि विपक्ष के सामने कोई रास्ता नहीं बचा है। विपक्ष के कमजोर होने की बात सच नहीं है। जमीन पर जाकर देखेंगे तो वहां मामला अलग है।’’
पीएम बनने के बारे में राहुल गांधी बोले- यह ध्यान भटकाने का तरीका है
संवाददाताओं से जब उनसे पूछा कि क्या वह 2024 में विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद का चेहरा होंगे तो राहुल गांधी ने कहा, ‘‘यह ध्यान भटकाने का बहुत अच्छा तरीका है। इस सवाल के बारे में सोचा नहीं हैं। हमने यात्रा शुरू की है, हम कश्मीर तक जाएंगे और तिरंगा लहराएंगे।’’ यात्रा के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं ज्योतिषी नहीं हूं, हालांकि इसका सकारात्मक असर होगा।’’