आखिरकार सैतीस दिनों तक जीवन- मौत से जुझ रही तेजाबी हमले की शिकार छात्रा काजल ने सोमवार को दम तोड़ दिया। उसे इतवार की शाम दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए बनारस के बर्न अस्पताल से लाकर दाखिल कराया गया था। वहां उसकी हालत खराब हो गई थी। वाकए का दुखद पहलू यह है कि इतने रोज गुजर जाने के बाद भी वे नकाबपोश गुंडे पुलिस गिरफ्त के बाहर है। और पुलिस मामले का खुलासा तक नहीं कर पाई है। इस बीच तकनीकी जांच से लेकर पीड़िता का मजिस्ट्रेट के सामने बयान कराने जैसी तमाम औपचारिकताएं पूरी कर चुकी है।
ध्यान रहे कि 19 अपैल की देर शाम चार नकाबपोश बदमाश अलीगंज के गंगा विहार कालोनी वाले उसके घर में घुस आए थे। और कथित जबरदस्ती करने मे असफल होने पर छात्रा के ऊपर तेजाब से भरी बोतल उड़ेल दिया था। जिससे वह बुरी तरह से झुलस गई थी। उसे फौरन जेएलएल भागलपुर मेडिकल कालेज अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। बाद में डाक्टरों की सलाह पर बेहतर इलाज हेतु उसे नाजुक हालत में बनारस के सिमरन अस्पताल ले जाया गय । और वहां सरकारी सहायता पर डाक्टरों की देखरेख में इलाज चल रहा था।
इसी बीच उसकी स्थिति मे कुछ सुधार भी बताया गया था। लेकिन इधर एक सप्ताह पहले काजल की हालत बिगडने पर उसे बनारस के ही अपोलो अस्पताल मे रेफर किया गया था। वहां भी हालत में सुधार न देख डाक्टरों की सलाह पर इतवार शाम को उसे जल्द आराम के वास्ते एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली लाकर सफदरगंज अस्पताल मे भर्ती करवाया गया। जहां विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम के देखरेख मे उसका इलाज शुरू हुआ था। मगर ईश्वर को कुछ और मंजूर था। नतीजतन सोमवार को इलाज के दौरान काजल ने दम तोड़ दिया। उसने हमेशा के लिए भागलपुर की धरती को अलविदा कह दिया। उसकी दुखद मौत के समय दिल्ली के अस्पताल में पिता गौतम साह, मां और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे। खबर पाकर भाजपा नेता मृणाल शेखर और भागलपुर नगर निगम की पूर्व उपमहापौर प्रीति शेखर अस्पताल पहुंच मृतक काजल को श्रद्धांजलि दी। और पीड़ित के माता-पिता व परिवारवालों को ढांढस बंधाई। मृतका के शव को लेकर सोमवार शाम उनके परिजन भागलपुर के लिए रवाना हुए है।
उधर घटना के बाद भागलपुर में पीड़ित छात्रा को इंसाफ दिलाने और दोषियों को गिरफ्तार करने के वास्ते जनसैलाव सड़क पर उतरा था। पुलिस ने इस सिलसिले मे परिजनों के बयान पर काजल के पडोसी प्रिंस कुमार को पहले गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद अन्य तीन नौजवानों को संदेह के आधार पर गिरफ्तार कर सभी से गहन पूछताछ की थी। लेकिन असली अपराधी को अभी तक नहीं पकड़ा जा सका है। परिजनों के अलावे सामाजिक संस्था की अध्यक्षा संगीता तिवारी ने असली मुजरिम को फौरन गिरफ्तार करने की मांग की है। काजल की मौत से पूरा भागलपुर सदमे में है। उसकी लाश को भागलपुर लाए जाने की बात सुन भागलपुर का पुलिस प्रशासन चाक चौबंद होने की तैयारी में है।

