कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पिछले हफ्ते ही एक सोशल मीडिया पोस्ट पर भड़की मुस्लिमों की भीड़ ने हंगामा किया था। हजारों की संख्या में लोगों ने सड़कों पर उतरकर भावनाएं भड़काने के आरोप में एक कांग्रेस विधायक के घर का घेराव किया था और आसपास के इलाकों में तोड़फोड़ की थी। अब कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति ने बेंगलुरु के डीजे ल्ली पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया है। मूर्ति का आरोप है कि हिंसा के दौरान उनके घर से करीब 3 करोड़ रुपए के सोने और चांदी के सामान लूट लिए गए।
पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक, दो से तीन हजार लोगों ने विधायक के घर में आग लगा दी। इतना ही नहीं उनके वाहनों और कुछ अन्य सामानों को भी आग के हवाले कर दिया। विधायक ने यह शिकायत घटना के तीन दिन बाद दर्ज कराई। उन्होंने देरी के पीछे की वजह पर कहा कि पूरे इलाके में लगी धारा 144 के चलते वे कुछ दिनों से सुरक्षित स्थान पर थे।
मूर्ति का दावा- कांग्रेस का समर्थन मेरे साथ
कांग्रेस विधायक ने दावा किया है कि उनकी पार्टी का समर्थन उनके साथ ही है। दरअसल, 11 अगस्त को हिंसा भड़कने के बाद भाजपा के अलावा किसी भी पार्टी ने इस मुद्दे पर बयान नहीं दिया। करीब 12 घंटे बाद कर्नाटक कांग्रेस की बैठक हुई थी, जिसमें किसी भी तरह की हिंसा की निंदा की गई थी। भाजपा ने हिंसा के लिए एसडीपीआई को जिम्मेदार ठहराया था।
बता दें कि हिंसा भड़कने की वजह विधायक के भतीजे की तरफ से एक सोशल मीडिया पोस्ट को बताया जाता है। इस पोस्ट में उसने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम भीड़ सड़कों पर आ गई थी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए 340 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें कांग्रेस पार्षद के पति भी शामिल थे। इसके अलावा कुल तीन लोगों की घटना में मौत हुई थी।