पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि किसी नागरिक को कोई भी उसके राज्य से निकाल नहीं सकता है। कहा कि यह शांति की जगह है। एनआरसी इस शांति को खत्म कर देगी। उन्होंने इसका जोरदार विरोध करते हुए कहा कि उनकी सरकार जनता के साथ हमेशा थी और आगे भी हमेशा उनके साथ रहेगी।
बनर्जी ने दुष्परिणाम की दी चेतावनी : बनर्जी ने कहा- बंगाल को एनआरसी की जरूरत नहीं है। यह यहां पर लागू नहीं होगी। मैं सभी धर्मों में विश्वास करती हूं। किसी भी नागरिक को अपना देश नहीं छोड़ना होगा। फिर वो चाहे बंगाली हो या फिर किसी और धर्म का। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। कहा कि यहां जबरन लागू करने की कोशिश की गई तो उसके बुरे परिणाम होंगे।
आरएसएस ने देशभर में लागू करने की मांग की थी : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने हाल ही में कहा था कि देशभर में एनआरसी लागू करने की जरूरत है। सरकार को एनआरसी लागू करनी चाहिए। देश में बड़ी संख्या में घुसपैठिए हैं। तत्काल उनकी पहचान की जाने की जरूरत है। हमारी सरकार को पहले अपने नागरिकों के हितों की चिंता करनी चाहिए।
अभी बातचीत चल रही है :असम में 31 अगस्त को एनआरसी की अंतिम सूची जारी कर दी गई थी। इसके बाद से ममता बनर्जी लगातार इसका विरोध कर रही हैं। बनर्जी ने गृह मंत्री से मुलाकात कर उन्हें पश्चिम बंगाल में एनआरसी नहीं लागू करने संबंधी ज्ञापन भी सौंपा था। हालांकि अभी एनआरसी लागू करने के बारे में बातचीत चल रही है।