दिल्ली के पुलिस आयुक्त भीमसेन बस्सी ने मंगलवार को देशभक्ति का राग अलापने में कोई कमी नहीं की। उन्होंने कहा कि भारत को टुकड़ों में देखने वाले लोग राष्ट्रभक्त नहीं हो सकते। भारत को अलग करने की सोच रखने वाले देशभक्त नहीं हो सकते। बस्सी ने कहा कि कानून सबसे ऊपर है और कोई भी कार्रवाई कानून के तहत ही हो रही है। बस्सी दिल्ली पुलिस के एक निजी कार्यक्रम से इतर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में जो हुआ वह दुखद है। लेकिन अब जो हो रहा है वह कानून सम्मत हो रहा है। जेएनयू के छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर एस आर गिलानी को एक ही धारा 124 ए के तहत गिरफ्तार किया गया है। यह धारा देशद्रोह के तहत आता है। पुलिस ने अगर कन्हैया पर यह धारा लगाई है तो पुख्ता सबूत और साक्ष्य के आधार पर लगाई है।
बस्सी ने कहा कि इस मामले में सभी पक्षों और वाद-विवादों को ध्यान में रखते हुए, सबूत जुटाते, खंगालते और पुख्ता करते हुए जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि विडियो में जो देखा गया उसके आधार पर मामला दर्ज हुआ, गिरफ्तारी हुई और अब और गिरफ्तारी होनी है। जांच तसल्ली बक्श हो रही है। कन्हैया के बाद अन्य छात्रों और लोगों की पहचान कर उनकी तलाश की जा रही है। किसी भी सूरत में जांच प्रभावित न हुआ, न हो रहा है और न होगा। स्पेशल सेल नहीं बल्कि दक्षिणी जिले की पुलिस को ही निर्देश देकर इस मामले की तहकीकात करने कहा गया है।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि तवज्जो आरोप-प्रत्यारोप को नहीं बल्कि मामले की गंभीरता पर ध्यान देने की है। पुलिस पर लग रहे एकतरफा आरोप पर उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस कानून के मुताबिक काम करती है और करती रहेगी। अगर कोई पुलिस पर इस तरह के आरोप लगा रहे हैं तो यह सीधे तौर पर वाहियात कहा जा सकता है। जिन्हें घटना की पूरी जानकारी नहीं है, कानून की समझ नहीं है और निजी स्वार्थ पर जोर है वही इस तरह की बातें कह सकते हैं।
सोमवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में हुए हमले के बाद आरोप-प्रत्यारोप पर पुलिस आयुक्त ने कहा कि इसमें किसी को अभी तक नामजद इसलिए नहीं किया गया है चूंकि अभी दो मामले दर्ज हुए हैं। पुलिस ने सो मोटो भी लिया है। आरोप प्रत्यारोप भी है। हाथापाई हुई, मीडिया के साथ बदसलूकी की गई और हाफिज सईद जैसे आतंकवादियों का नाम आया, यह सबकुछ जांच के दायरे में है। दर्ज दोनों ही मामले की जांच आला अधिकारी की निगरानी में हो रही है। जांच किस दिशा में जा रही है इसे सार्वजनिक रूप में साझा करना ठीक नहीं होगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय के राय मशविरा कर कानून के मुताबिक ही किसी भी प्रकार की कार्यवाई हो रही है।
कानून का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति पर कानून के मुताबिक ही कार्यवाई होती है और आगे भी होगी। आम आदमी पार्टी के नेताओं के एकतरफा आरोप को सिरे से नकारते हुए उन्होंने कहा कि वे बिना तथ्य के गलत प्रचार कर रहे हैं, गलत आरोप लगा रहे हैं। आधी-अधूरी जानकारी पर इस प्रकार के आरोप का कोई औचित्य नहीं है। पटियाला हाउस कोर्ट में पुलिसिया सुरक्षा व्यवस्था के बाबत उन्होंने कहा कि किसी की जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। कोर्ट के अंदर और बाहर आगे हम और भी पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करेंगे।