पाकिस्तान की नागरिक इरफाना को भारतीय नागरिकता हासिल करने में 37 साल का वक्त लग गया। दरअसल पाकिस्तान की नागरिक इरफाना 37 साल पहले भारत आयीं थी और निकाह के बाद यहीं की होकर रह गईं। अब जाकर उन्हें भारतीय नागरिकता हासिल हुई है। मंगलवार दोपहर को जब जिला प्रशासन ने इरफाना को भारतीय नागरिकता का प्रमाणपत्र सौंपा तो वह अपने पति के साथ बेहद खुश दिखाई दीं। भारतीय नागरिकता मिलने के बाद इरफाना ने कहा कि ‘अब अपने परिवार के साथ आजादी से बकरीद मनाऊंगी।’

बता दें कि इरफाना मूल रुप से उत्तर प्रदेश के बरेली की निवासी हैं और यहां के इस्लामिया गर्ल्स कॉलेज से ही उन्होंने हाईस्कूल किया है। लेकिन साल 1971 में वह अपने माता-पिता के साथ पाकिस्तान चली गई थीं। इस दौरान इरफाना ने पाकिस्तान की नागरिकता ले ली थी। इसी बीच इरफाना के मां-बाप की मौत हो गई और फिर से बरेली आ गईं। इसके बाद इरफाना ने अपने चचेरे भाई माजिद हुसैन से शादी कर ली और भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया। इरफाना ने बताया कि साल 2015 में केन्द्र की मोदी सरकार ने नागरिकता के नियम थोड़े आसान किए गए हैं। इरफाना के पति माजिद का कहना है कि उन्हें कई बार नागरिकता के पुराने और नए फॉर्म को लेकर परेशानी रही। अब उनकी पत्नी को भारतीय नागरिकता मिल गई है, जिससे उनका पूरा परिवार और रिश्तेदार बेहद खुश हैं।

इरफाना की 5 बहनें और 2 भाई हैं। एक भाई अभी भी पाकिस्तान में रहता है। इरफाना के 4 बच्चे हैं और उनके पति माजिद फल मंडी में एक आढ़त पर एकाउंटेंट हैं। इरफाना पिछले 37 वर्षों से एलटी वीजा पर भारत में रह रहीं थी। अब मोदी सरकार में उन्हें नागरिकता मिली है, जिससे वह बेहद खुश हैं। गौरतलब है कि बरेली में अभी 37 और लोग नागरिकता लेने के लिए वेटिंग में हैं। उम्मीद है कि उन्हें भी जल्द ही भारतीय नागरिकता मिल जाएगी।