बरेली हिंसा के आरोपी तौकीर रजा खान के भाई तौसीफ राज खान ने बुधवार को आरोप लगाया है कि पुलिस ने बेकुसूर मुसलमानों को झूठे मुकदमों में फंसाया। तौसीफ ने मीडिया में जारी बयान में कहा कि पिछले शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल के मामले में पुलिस पर ये आरोप लगाये। तौसीफ ने कहा कि पुलिस मनमानी बन्द नहीं करेगी तो वह ‘ठोस कदम’ उठाएँगे।
तौसीफ रजा खान ने बुधवार सुबह जारी एक वीडियो में एक ‘संयुक्त प्रेस बयान’ पढ़ा। जिस में उन्होंने पुलिस पर बरेली हिंसा मामले में बेकुसूर मुसलमानों को फंसाने का आरोप लगाते हुए मनमानी बंद नहीं होने पर ‘ठोस कदम’ उठाने की धमकी दी। तौसीफ ने बताया कि यह संयुक्त बयान आला हजरत दरगाह के पूर्व प्रमुख मौलाना सुभान रजा खान, काजी-ए-हिन्दुस्तान मौलाना असजद रजा खान, खानकाह-ए-कादिया रजिया के सज्जादानशीं मौलाना अहसन रजा खान, मौलाना मन्नान रजा खान और दरगाह आला हजरत से जुड़ी तमाम खानकाहों की तरफ से जारी किया गया है।
तौकीर रजा खान इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल का अध्यक्ष है। तौकरी राज खान मुसलमानों के बरेलवी मसलक के संस्थापक अहमद रजा खान बरेलवी की छठवीं पीढ़ी के उत्तराधिकारी हैं।
मुसलमानों को बेवजह सामूहिक सजा दी जा रही- तौसीफ रजा
तौसीफ ने कहा कि बरेली में पिछले जुमे को हुई हिंसा के मामले में मुसलमानों को बेवजह सामूहिक सजा दी जा रही है और पुलिस झूठे मुकदमे बनाकर बेगुनाहों को जेल भेज रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस बेगुनाह मुसलमानों पर तमंचे, पेट्रोल बम और तेज़ाब से हमले के झूठे आरोप लगाकर उनकी गिरफ्तारियां कर रही है। उन्होंने दावा किया, ‘‘कुछ अराजक तत्वों ने घटना के दौरान मुसलमानों और पुलिस दोनों पर साजिशन पथराव किया ताकि माहौल बिगाड़ा जा सके लेकिन पुलिस उन लोगों पर कार्रवाई करने से कतरा रही है।’’
पढ़ें- इमरान मसूद, दानिश अली का दावा- बरेली नहीं जाने दे रही है योगी सरकार
तौसीफ रजा खां ने संयुक्त बयान के माध्यम से बेगुनाह मुसलमानों की गिरफ्तारी पर तत्काल रोक लगाने, पुलिस की दबिश और ज्यादतियों को फौरन बंद करने, झूठे मुकदमे वापस लेने की मांग की। साथ ही उन्होंने गिरफ्तार बेगुनाहों को रिहा करने और बुलडोजर की कार्रवाई रोकने और दहशत का माहौल खत्म करने की मांग की। उन्होंने आगाह किया कि अगर मुसलमानों पर जुल्म नहीं रुके तो फिर आला हजरत खानदान को ‘ठोस कदम’ उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि अगर बरेली में मौलाना तौकीर रजा खां को ज्ञापन सौंपने की इजाजत दे दी जाती तो कुछ भी नहीं होता लेकिन तौकीर को पहले ही हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस ने मस्जिदों में दबिश डालकर इमामों और नमाजियों को प्रताड़ित किया- तौसीफ
तौसीफ ने बयान में यह भी आरोप लगाया,‘‘ पुलिस ने मस्जिदों में दबिश डालकर इमामों और नमाजियों को प्रताड़ित किया है। इस वजह से कई मस्जिदों में नमाज तक नहीं हो पा रही है। यह अपने मज़हब पर अमल करने की आजादी के मुसलमानों के संवैधानिक अधिकार का खुला उल्लंघन है।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘शहर भर में मुसलमानों के घरों पर बुलडोजर खड़े कर दिए गए हैं और अवैध तरीके से तोड़फोड़ की जा रही है। दबिश के दौरान मुस्लिम महिलाओं और बच्चियों पर भी जुल्म ढाए जा रहे हैं। यहां तक कि बच्चों को भी पीटा जा रहा है।”
तौसीफ खां ने कहा कि पुलिस की ज्यादती से न केवल बरेली शरीफ बल्कि पूरे मुल्क और दुनिया भर के करोड़ों सुन्नी मुसलमानों में बेचैनी फैल गई है। पिछले शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद ‘आई लव मुहम्मद’ मामले में प्रदर्शन के लिये मौजूद भीड़ और पुलिस के बीच हिंसक टकराव हो गया था। इस मामले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां समेत 60 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पढ़ें- बरेली हिंसा: पुलिस पर गोली चलाने के आरोपी ताजिम का हुआ एनकाउंटर
(इनपुट-भाषा)