बांग्लादेशी अधिकारियों ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के निवासी 178 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया है। इन मछुआरों को दो महीने पहले कथित तौर पर देश के जल क्षेत्र में अनाधिकृत ढंग से प्रवेश करने पर गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया गया था। सुंदरबन उन्नयन मामलों के विदेश मंत्री मोंटूराम पाखिरा ने कहा कि बांग्लादेश की बेगरहाट जेल में बंद मछुआरों को सुबह आठ बजे रिहा किया गया।
पाखिरा ने कहा कि दो महीने पहले 14 नौकाओं पर सवार कुल 179 मछुआरों को बांग्लादेश तटरक्षक अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। इन लोगों को इसलिए गिरफ्तार किया गया था क्योंकि ये मछली पकड़ने के दौरान अनाधिकृत ढंग से सीमा क्षेत्र पार कर आए थे। संजय सामंत नामक एक मछुआरे की मौत गिरफ्तारी के कुछ ही समय बाद हो गई थी।
मंत्री ने कहा कि बांग्लादेशी अधिकारियों ने शवपेटी और मृतक मछुआरे के अवशेष भी दे दिए। पाखिरा ने कहा कि 178 मछुआरों और शवपेटी को लेकर 14 नौकाएं मंगलवार को दक्षिण 24 परगना जिले के नामखाना के लिए रवाना हो गईं। इन नौकाओं के सोमवार को नमखाना पहुंचने की उम्मीद है। ये मछुआरे वहां से नामखना, काकद्वीप और पूर्वी मेदिनापुर स्थित अपने-अपने घरों को चले जाएंगे।