सुरा के दीवानों ने उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच नया नाता जोड़ दिया है। जैसे कभी हरियाणा में शराबबंदी के दौर में पंजाब-दिल्ली के सीमाई इलाके गुलजार रहते थे, उसी तरह बिहार में लगी बंदिश से उन पड़ोसी जिलों की चांदी हो गई है, जो उत्तर प्रदेश में पड़ते हैं। हाल में बिहार पुलिस ने दावा किया था कि पड़ोसी राज्य में दारू की बहार ने उनके शराबबंदी अभियान को नाकाम कर दिया है। फिलहाल बलिया क्षेत्र इसका गवाह है, जहां बिहार के मयदीवानों का जमघट लगा रहता है।

इससे बलिया का आबकारी महकमा भी मगन है, क्योंकि बीते एक माह में उसकी आमदनी काफी बढ़ी है। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि दूसरे राज्य के पियक्कड़ों ने कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। उधर आबकारी विभाग के कर्मचारी कहते हैं कि उनके पास इन मयकश मेहमानों को रोकने का कोई कानून नहीं है, क्योंकि शराबबंदी से पहले भी बिहार से लोग यहां आकर पीते थे और महंगी दारू साथ ले जाते थे।

बहरहाल बिहार में नीतीश कुमार सरकार की पूर्ण शराबबंदी की घोषणा के बाद बलिया में आबकारी विभाग की तकदीर खुल गई है और जिले में अंग्रेजी शराब की बिक्री में रिकॉर्ड 112 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जिला आबकारी अधिकारी भुवाल सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि बिहार में शराबबंदी के बाद से बलिया में अप्रैल में अंग्रेजी शराब की बिक्री में 112 प्रतिशत और बीयर की बिक्री में 36 फीसद का इजाफा हुआ है।

बिहार में शराबबंदी के बाद जिले में आबकारी महकमा किस कदर खास बन गया है, इसका अंदाजा बिहार सीमा से बिल्कुल सटे भरौली में शराब बिक्री के अप्रैल माह के आंकड़ों से लगाया जा सकता है। जिला आबकारी अधिकारी के बताए आंकड़ों के मुताबिक भरौली में माह अप्रैल में अंग्रेजी शराब की बिक्री में 316 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। बीयर की बिक्री में 25 प्रतिशत और देसी शराब की बिक्री में चार फीसद की बढ़ोतरी हुई है।

प्रदेश सरकार ने भी बलिया में शराब बिक्री का लक्ष्य 127 करोड़ से बढ़ाकर 139.6 करोड़ रुपए कर दिया है। सिंह ने बताया कि राज्य सरकार बलिया में अंग्रेजी शराब की एक और देसी शराब की 13 नई दुकानें खोलने जा रही है। बिहार सीमा से सटे बलिया जिले के ग्रामीण क्षेत्र के शराब दुकानों पर बिहार के शराबियों का जमघट किसी भी वक्त देखा जा सकता है। बलिया से सड़क व रेल मार्ग से तस्करी के जरिए भी शराब बिहार ले जाई जा रही है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक बलिया में पिछले दिनों बिहार के तीन जिलों के प्रशासनिक, पुलिस व आबकारी विभाग के अधिकारियों ने बलिया के अधिकारियों के साथ बैठक कर बलिया से बिहार में की जा रही शराब की तस्करी रोकने के लिए संयुक्त रणनीति बनाई थी। लेकिन इसके नतीजे अभी देखने को नहीं मिले हैं।

* नीतीश सरकार की पूर्ण शराबबंदी की घोषणा के बाद बलिया में आबकारी विभाग की तकदीर खुल गई है और जिले में अंग्रेजी शराब की बिक्री में रिकॉर्ड 112 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बीयर की बिक्री में 36 फीसद का इजाफा हुआ है।

* पिछले दिनों बिहार के तीन जिलों के प्रशासनिक, पुलिस व आबकारी विभाग के अधिकारियों ने बलिया के अधिकारियों के साथ शराब की तस्करी रोकने के लिए एक बैठक की थी जिसमें इसका कोई हल नहीं निकला।

* आबकारी विभाग के पास इन मयकश मेहमानों को रोकने का कोई कानून नहीं है, क्योंकि शराबबंदी से पहले भी बिहार से लोग यहां आकर पीते थे।