उत्तर प्रदेश के बलिया में ट्रकों से अवैध वसूली के मामले में बड़ी कारवाई हुई है। ADG- DIG  की संयुक्त कार्रवाई से पुलिस महकमे में हंगामा है। नरही इलाके में हुई इस कार्रवाई में अधिकारियों ने 18 पुलिसकर्मियों और दलालों को हिरासत में लिया है। इस दौरान कुछ लोग मौके से फरार भी होने में कामयाब हुए हैं, उनकी तलाश जारी है।

कार्रवाई का असर यह हुआ कि सरकार ने SP और एडिशनल SP का तबादला कर दिया है और डिप्टी एसपी (सादर) सस्पेंड कर दिया गया है। सरकार ने इस मामले में गहनता से जांच करने के आदेश दिए हैं। यह कार्रवाई एक अहम प्लानिंग का हिस्सा थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिसमें अधिकारी ट्रक के खलासी बनकर पहुंचे और वसूली को रंगे हाथ पकड़ा गया। इस कार्रवाई की जानकारी किसी को भी नहीं दी गई थी।

क्या है पूरा मामला? 

एडीजी वाराणसी और डीआईजी आजमगढ़ की संयुक्त टीमों ने नरही इलाके में यह छापा मारा है। इस दौरान इस मामले को पूरा नेटवर्क चला रहे गिरोह का पर्दाफ़ाश किया गया है।  उपनिरीक्षक,मुख्य आरक्षी और कई पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस दौरान 3 पुलिसकर्मी भागने में कामयाब रहे हैं। इस मामले में सभी पुलिस के जवानों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। जिस इलाके में यह कार्रवाई हुई, यह लोकेशन यूपी-बिहार की सीमा पर बलिया के नरही थाना क्षेत्र के भरौली में है। 

इनपुट के आधार पर हुई कार्रवाई 


अधिकारियों के मुताबिक यूपी बिहार की सीमा पर बक्सर, बिहार से बलिया में आने वाली ट्रकों को रोककर थाना  नरही के भरौली तिराहा पर पुलिस की मदद से कुछ दलालो के जरिए वसूली कराई जा रही थी।

इस सूचना पर उच्च अधिकारियों ने पहले हालात का जायज़ा लिया और छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी और पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ की संयुक्त टीमें यहां पहुंची थीं। जानकारी यह आई है कि अधिकारी ट्रक में खलासी बनकर बैठ गए और जब वह मौके पर पहुंचे तो रिश्वतख़ोरी का खुलासा हो गया।