महाराष्ट्र में कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर बालासाहेब थोराट को नियुक्त किया गया है। उन्होंने हाल ही में इस्तीफा दे चुके अशोक चव्हाण की जगह ली है। उनके साथ-साथ पांच कार्यकारी अध्यक्षों की भी नियुक्ति की गई है। अध्यक्ष पद की दौड़ में हर्षवर्धन पाटिल का भी नाम था लेकिन आखिर में थोराट को ही मौका मिला। थोराट को पूर्व अध्यक्ष अशोक चव्हाण का भी समर्थन मिला। थोराट 2009 में अहमदनगर के संगमनेर से विधायक चुने गए थे।

ये हैं पांच कार्यकारी अध्यक्षः थोराट के साथ-साथ कांग्रेस ने पांच कार्यकारी अध्यक्षों की भी नियुक्ति की है। इनमें डॉक्टर नितिन राउत, बासवराज एम पाटिल, विश्वजीत कदम, यशोमति चंद्रकांत ठाकुर और मुजफ्फर हुसैन शामिल हैं। कांग्रेस ने अलग-अलग वर्गों और इलाकों को ध्यान में रखकर ये नियुक्तियां की हैं ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में इसका फायदा मिल सके।

थोराट के सामने ये बड़ी चुनौतीः नए अध्यक्ष थोराट के सामने सबसे बड़ी चुनौती आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर है। हाल ही में लोकसभा चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस नीत गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं को फिर से लड़ने के तैयार करना और उनका मनोबल बढ़ाना थोराट के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। इस समय कांग्रेस और एनसीपी को राज्य में निकाय से लेकर विधानसभा और लोकसभा तक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

कई जिम्मेदारियां निभा चुके हैंः थोराट महाराष्ट्र और केंद्र की राजनीति में कांग्रेस की तरफ से कई अहम पदों पर नियुक्त किए जा चुके हैं। अपने विधानसभा क्षेत्र में शिक्षण संस्थानों की स्थापना और दुग्ध सहकारी संस्थाओं के आंदोलन में भी वे महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।