उत्तर प्रदेश पुलिस ने रामपुर के जिलाधिकारी रहे आंजनेय कुमार सिंह की सुरक्षा बढ़ा दी है। दरअसल हेट स्पीच के मामले में समाजवादी पार्टी नेता आजम खान को कोर्ट ने तीन साल की सजा सुनाई है। बता दें कि जब ये मुक़दमे उनपर लगाए गए थे, तब रामपुर के डीएम आंजनेय कुमार सिंह थे। इसी कारण उनकी सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने उनकी सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया है।

इस साल 6 मार्च को मुरादाबाद डिवीज़नल कमिश्नर के रूप में कार्यभार संभालने वाले आंजनेय सिंह को आजम खान के खिलाफ दर्ज मामलों के पीछे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है। आंजनेय सिंह फरवरी 2019 से मार्च 2021 तक रामपुर के जिला मजिस्ट्रेट थे।

मुरादाबाद के सर्किल अधिकारी अनूप सिंह ने कहा, “हमने मूल्यांकन के बाद मुरादाबाद डिवीज़नल आयुक्त की सुरक्षा बढ़ा दी है। अधिकारी के आवास के साथ-साथ कार्यालय में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।” उन्होंने कहा कि पहले मुरादाबाद डिवीज़नल कमिश्नर के कार्यालय और आवास पर तैनात सुरक्षाकर्मी सशस्त्र नहीं थे लेकिन अब दोनों जगहों पर सशस्त्र पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में शामिल किया है। वहीं उनके कार्यालय में मेटल डिटेक्टर भी लगाया है।

2017 में प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से आजम खान के खिलाफ भूमि हथियाने, धोखाधड़ी और आपराधिक अतिचार सहित विभिन्न आरोपों में 83 मामले दर्ज किए गए हैं। कुछ मामलों में आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम खान पर भी मामला दर्ज किया गया था। तीनों लोग फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। इस साल मई में दो साल से जेल में बंद रहे आजम को जमानत मिली थी।

जिस मामले में आजम खान को पिछले हफ्ते दोषी ठहराया गया था, दरअसल वह 9 अप्रैल 2019 को दर्ज किया गया था। उन पर आंजनेय सिंह के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए मामला दर्ज किया गया था, जो लोकसभा चुनाव के समय चुनाव रिटर्निंग अधिकारी भी थे। बता दें कि आजम खान की विधायकी भी चली जा चुकी है।

7 अप्रैल 2019 को मिलक विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के खिलाफ कथित रूप से अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने, डीएम को धमकाने और दंगा भड़काने की कोशिश करने के लिए आजम खान पर मामला दर्ज किया गया था।