समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराजगी की खबरों के बीच रविवार (24 अप्रैल 2022) को पार्टी के कुछ नेता उनसे मुलाकात करने गए। लखनऊ से सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा कुछ नेताओं के साथ आजम खान को मनाने सीतापुर जेल पहुंचे, लेकिन आजम खान ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। जेल से लौटने के बाद सपा विधायक मेहरोत्रा ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।
नाराज आजम खान को मनाने के लिए अब समाजवादी पार्टी ने प्रयास करने शुरू कर दिए हैं। रविवार को सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा जेल में बंद आजम खान से मिलने पहुंचे। लेकिन जेल अधीक्षक ने बताया कि इस बात की जानकारी मिलने पर आजम खान ने तबियत खराब होने का हवाला देते मुलाकात करने से मना कर दिया। हालांकि, आजम खान ने इससे दो दिन पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के नेता शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात की थी।
आजम खान को जेल में ही मारा जा सकता: जेल से लौटकर सपा विधायक ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन को सरकार से आदेश है कि हम लोगों को उनसे मिलने न दिया जाए। उन्होंने कहा आजम खान को वहां रखा गया है, जहां पर फांसी की सजा पाए अपराधी रहते हैं। जेल प्रशासन ने मुझे आजम खान से मिलने नहीं दिया और मुझे बताया गया कि वह अस्वस्थ हैं और सो रहे हैं। ऐसा लगता है कि राज्य एक तरह से अघोषित इमरजेंसी के दौर से गुजर रहा है। रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि हमें आशंका है कि आजम खान को जेल में ही मारा जा सकता है।”
रविदास मेहरोत्रा ने दावा किया कि और भी कई विधायक हैं जो जेल में बंद आजम खान से मिलना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “कई विधायक हैं जो नेता से मिलना चाहते हैं लेकिन जेल अधिकारियों की ओर से हमें आजम खान से मिलने न देना गलत है।”
विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने की कोशिश: विधायक मेहरोत्रा ने यह भी कहा कि जेल प्रशासन ने आजम खान को इफ्तार के लिए खाना भी नहीं दिया जो वह उनके लिए लाए थे। रविदास मेहरोत्रा ने आरोप लगाया कि आजम खान की तबीयत बिगड़ने के बावजूद जेल अधिकारी उनके साथ ठीक से व्यवहार नहीं कर रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी सरकार मेन मुद्दों से ध्यान हटाने और विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी सरकार अत्याचार और तानाशाही से लोगों की आवाज दबाना चाहती है।’