उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव को लेकर राज्य में सियासी माहौल काफी गर्माया हुआ है। इस बीच, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान भी सक्रिय नजर आ रहे हैं। रामपुर में उन्होंने सपा प्रत्याशी फातिमा जैबी के समर्थन में रैली की। इस दौरान वह बेहद भावुक नजर आए। साथ ही उन्होंने अतीक अहमद का जिक्र कर भाजपा सरकार पर हमला बोला और कहा कि क्या चाहते हैं कि कोई आए और हमारे सिर पर भी गोली मार दे।
रैली में भावुक हुए आजम
शुक्रवार (28 अप्रैल, 2023) को रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “रामपुर के लोगों, आप मुझसे, मेरे बच्चों, मेरे परिवार से क्या चाहते हैं? क्या आप चाहते हैं कि कोई आए और हमारे सिर में गोली मार दे?” उन्होंने कहा, “बस एक यही चीज तो बची है… बचा लो आज भी निजाम-ए-हिंद को, कानून को बचा लो। आपको बस खुद को प्रेरित करना है। पीछे हटने के बजाय आगे बढ़ने की कोशिश करें। आप पीछे नहीं हटेंगे और मतदान करेंगे क्योंकि यह आपका मौलिक अधिकार है। दो बार यह अधिकार छीना गया और अगर तीसरी बार छीना गया तो याद रखें कि आगे आप सांस लेने का अधिकार खो सकते हैं। … पूरा देश संविदा पर है…”
लोगों से की ये अपील
उन्होंने आगे कहा कि बचा ही क्या है, सिर्फ फौज रह गई है, वह भी हुकूमत-ए-हिंद के पास है, वह रहनी चाहिए। आजम ने यह भी कहा कि वोट डालने से रुको नहीं, कोई रोके तो वहीं बैठ जाओ आगे बढ़ो, वोट डालना हमारा हक है। आजम खान दिल्ली में लंबे समय से बीमारी का इलाज करा रहे थे। इसके चलते वह चुनाव से दूर थे, शुक्रवार को उन्होंने रामपुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद की उम्मीदवार फातिमा जैबी के लिए प्रचार किया। 15 अप्रैल को माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस की मौजूदगी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मीडियाकर्मी बनकर आए तीन युवकों ने दोनों भाईयों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी थीं।
हाल ही में एक हेट स्पीच मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद आजम खान की यूपी विधानसभा की सदस्यता रद्द हो गई है। पिछले साल ही आजम खान 27 महीने बाद जेल से बाहर आए हैं। 2017 में भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने के बाद आजम खान की मुश्किलें बढ़ने लगीं। उन पर 90 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिसके चलते वह दो साल से भी ज्यादा समय तक जेल में बंद रहे।
