सेना के जवान औरंगजेब की हत्या मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। औरंगजेब के अपहरण और फिर उसकी हत्या के मामले में 44 राष्ट्रीय राइफल्स के तीन जवानों को हिरासत मे लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। तीनों जवानों पर आतंकियों का खबरी होने का शक है। तीनों जवानों की पहचान आबिद वानी, तजामुल अहमद, और आदिल वनिआरे के तौर पर की गई है। औरंगजेब की जून 2018 में हत्या कर दी गई थी। वह सेना के कैंप से पूंछ स्थित अपने घर जाने के लिए निकले थे, जब आतंकियों ने उन्हें अगवा कर लिया था। उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। बता दें कि दो दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में औरंगजेब के पिता बीजेपी में शामिल हुए थे।
आबिद वानी के भाई के साथ मारपीट: हिरासत में लिए गए तीन आरोपी जवानों में से एक आबिद वानी के भाई तवसीफ अहमद के साथ मारपीट की बात सामने आई है। बताया जाता है कि राष्ट्रीय राइफल्स के जवान ने अहमद के साथ कथित तौर पर मारपीट की है। कई जगह चोट आने के कारण तवसीफ अहमद को पहले पुलवामा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालात बिगड़ने पर तवसीफ अहमद को श्रीनगर स्थित श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल रेफर कर दिया गया था। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को स्थिर बताया है। डिफेंस स्पोक्सपर्सन कर्नल राजेश कालिया ने घटना के ब्यौरे की छानबीन करने की बात कही है।
महबूबा मुफ्ती ने की आरोपी जवान के भाई से मुलाकात: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने महाराजा हरि सिंह अस्पताल जाकर आतंकियों के खबरी होने के आरोपी आबिद वानी के घायल भाई तवसीफ अहमद से मुलाकात की। पूर्व सीएम ने बताया कि वह इस घटना के बाबत कोर कमांडर से बात करेंगी। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि राज्यपाल (सत्यपाल मलिक) इस मामले पर संज्ञान लेंगे। उनके मुताबिक, तवसीफ का भाई अभी भी लापता है, जिसके बारे में कोई खबर नहीं है। बता दें कि पिछले कुछ महीनों में घाटी में स्थानीय जवानों पर आतंकी हमले की घटनाएं बढ़ गई हैं।