Atul Rai : राजनीति से अपराध का पुराना इतिहास रहा है, दर्जनों जनप्रतिनिधियों के खिलाफ गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं। अतुल राय (Atul Rai) का नाम भी इसी श्रेणी के नेताओं की लिस्ट में दर्ज है। मऊ जिले की घोसी लोकसभा सीट से बसपा सांसद अतुल राय (Atul Rai), सुप्रीम कोर्ट के बाहर युवक और युवती द्वारा आत्महत्या के मामले के बाद एक बार फिर चर्चाओं में हैं। युवती ने बीसएपी सांसद के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाया था। 16 अगस्त को पीड़िता ने एक युवक के साथ मिलकर खुद को आग लगा ली थी। 21 अगस्त को युवक की मौत हो गई थी तो 24 अगस्त को पीड़िता ने भी दम तोड़ दिया।

पहले अपराध की दुनिया में कमाया नाम: अतुल राय की जिंदगी के अहम पन्ने वाराणसी जिले से जुड़े हुए हैं। वाराणसी के हरिश्चंद्र कॉलेज से ग्रैजुएशन करने के दौरान ही अतुल राय के नाम की शिकायतें उत्तर प्रदेश के थानें पर पहुंचने लगी थीं। धीरे-धीरे दायरा बढ़ता गया और आपराधिक गतिविधियां वाराणसी व उसके आस पास के जिले में सुनाई देने लगीं। बनारस व उसके आस पास के जिलों को मिलाकर अतुल राय के खिलाफ कुल 27 मामले दर्ज हैं। जिसमें बलात्कार से लेकर हत्या, हत्या के प्रयास व वसूली जैसे अपराध शामिल हैं।

टोल प्लाजा पर अंधाधुंध फायरिंग करके आए चर्चाओं में: गाजीपुर के एक छोटे से गांव के मूल निवासी अतुल राय की शुरुआती पढ़ाई वाराणसी से ही हुई। वाराणसी में पढ़ाई के दौरान ही वह मुख्तार गैंग के संपर्क में आ गया। अपने कारनामों के चलते जल्द ही वह अंसारी के खास सहयोगियों में गिना जाने लगा। साल 2017 में वह चर्चाओं में उस वक्त आया, जब वाराणसी के डाफी टोल प्लाजा इलाके पर उस पर अंधाधुंध फायरिंग का आरोप लगा।

ठेकेदारी से बढ़ा रसूख: अपराध की दुनिया में अपना नाम साबित करने के बाद अतुल (Atul Rai) ने ठेकेदारी की दुनिया में अपना नाम कमाया। PWD, रेलवे जैसे कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के बाद अतुल राय की अपनी एक टीम बनने लगी। यहां से उसके राजनीतिक पारी का आधार तैयार होने लगा।

राजनीतिक सफर की शुरुआत: अतुल राय ने साल 2017 में अपनी राजीतिक पारी का आगाज किया। बसपा के टिकट से जमनिया से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में राय को भले ही हार का मुंह देखना पड़ा लेकिन उसे पहचाना जाने लगा। बीजेपी की सुनिता सिंह से अतुल राय मामूली अंतर से हारे। भूमिहार बेल्ट में अतुल का बढ़ता वर्चस्व उसके राजनीतिक रसूख को साबित करने के लिए काफी था।

2019 में दर्ज हुआ बलात्कार का मामला: साल 2019 के चुनावों के पहले ही अतुल राय (Atul Rai) की मुश्किलें बढ़ने लगीं। नामांकन के ठीक बाद राय पर बलात्कार का संगीन आरोप लगा। 23 साल की युवती ने आरोप लगाया कि अतुल राय ने धोखे से अपने फ्लैट पर बुलाया, यहां दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। साथ ही धमकी दी कि यदि शिकायत की तो वीडियो को वायरल कर दिया जाएगा।

युवती की शिकायत के बाद अतुल राय फरार हो गए, इधर परिवार की तरफ से जबरदस्त प्रचार किया जा रहा था, जिसका परिणाम ये हुआ कि अतुल राय जीत गए लेकिन कोर्ट से राहत नहीं मिली और आखिर में आत्मसमर्पण करना पड़ा, वह जेल में बंद थे ही कि पिछले दिनों पीड़िता द्वारा आत्मदाह ने मुश्किलों को और बढ़ा दिया।