बीएसपी विधायक राजू पाल मर्डर केस में मुख्य गवाह उमेश पाल और सरकारी गनर की शुक्रवार को हत्या हुई थी। इस मामले में बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें बसपा से बाहर किया जा सकता है। हालांकि, बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इससे इनकार किया है। उनका कहना है कि अगर शाइस्ता परवीन दोषी साबित हुईं तो उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाएगा क्योंकि पार्टी किसी भी धर्म या जाति के आपराधिक तत्व को बढ़ावा नहीं देती है। इसके साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी को भी निशाने पर लिया है।
किए कई ट्वीट
मायावती ने अपने ट्वीट में कहा, “प्रयागराज में राजू पाल की वर्षों पहले हुई हत्या के मुकदमे का अहम गवाह अधिवक्ता उमेश पाल व उनके गनर की हत्या के मामले में अतीक अहमद के लड़के एवं उनकी पत्नी के ऊपर एफआईआर दर्ज किए जाने की भी सूचना प्रकाशित हुई है।”
दोषी साबित हुईं तो पार्टी से कर दिया जाएगा निष्कासित
उन्होंने आगे कहा, “बीएसपी ने इसका गंभीरता से संज्ञान लेते हुये यह निर्णय लिया है कि इस मामले की चल रही जांच में इनके दोषी साबित होते ही फिर श्रीमति शाइस्ता परवीन, पत्नी अतीक अहमद, को पार्टी से जरूर निष्कासित कर दिया जाएगा।”
समाजवादी पार्टी पर भी बोला हमला
बीएसपी चीफ मायावती ने समाजवादी पार्टी को भी निशाने पर लिया और कहा कि अतीक अहमद सामजवादी पार्टी का ही प्रोडक्ट है और उसके टिकट पर ही एमपी और एमएलए भी रहा। उन्होंने आगे कहा कि अब राजू पाल की पत्नी भी बीएसपी से सपा में चली गई है, जिस पार्टी को वह मुख्य दोषी ठहराती थी, इसकी आड़ में कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं।
उन्होंने यह भी कहा कि यह भी विदित है कि किसी भी अपराध की सजा, बीएसपी द्वारा उनके परिवार व समाज के किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नहीं दी जाती है, लेकिन यह भी सच है कि पार्टी किसी भी जाति व धर्म के आपराधिक तत्व को बढ़ावा भी नहीं देती है।