बाहुबली पूर्व सांसद और नेता अतीक अहमद को बरेली जेल में शिफ्ट कर दिया है। इस दौरान अतीक ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उस पर जो भी आरोप लगे हैं वो सभी पूरे के पूरे गलते हैं। यहां तक कि उस पर जो एफआईआर हुई है वो भी निराधार है। जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा। व्यापारी के कई अधिकारियों के साथ संबंध हैं इसलिए उसकी मदद की जा रही है। इसके साथ ही अतीक ने ये भी कहा कि वो 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ेगे हालांकि किस पार्टी के टिकट से वो मैदान में उतरेंगे इस सवाल पर उन्होंने चुप्पी साधी।

क्या बोले अतीक अहमद: 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने के साथ ही अतीक ने कहा कि जिस व्यापारी ने एफआईआर लिखवाई है उसकी मदद कई आला अधिकारी कर रहे हैं। वहीं व्यापारी से बातचीत के सवाल पर अतीक ने कहा कि व्यापारी से उनका लेनदेन था इसलिए उससे बात होती थी।

क्या है मामला: जानकारी के मुताबिक लखनऊ के बिल्डर मोहित अग्रवाल का अतीक के गुर्गों ने 26 दिसंबर को अपहरण करवाया और देवरिया जेल में लेकर आए। इसके बाद अतीक और उसके गुर्गों ने जमकर मोहित की पिटाई की। इसके साथ ही उसकी दो कंपनियों को अपने गुर्गों के भी नाम करवा दिया। मामले ने तूल तब पकड़ा जब मोहित ने लखनऊ में आला अधिकारियों से इस बारे में बात की। इस मामले में लखनऊ से देवरिया तक पुलिस हरकत में आ गई जिसके बाद देर रात देवरिया जेल में छापेमारी की गई। गौरतलब है कि उस वक्त के सीसीटीवी फुटेज भी गायब मिले हैं।

 

जेल सुपरिटेंडेंट को नहीं जानकारी: इस पूरे मामले पर जेल सुपरिटेंडेंट का कहना रहा है उन्हें इस बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। न ही उनके संज्ञान में मोहित जायसवाल की पिटाई का कोई मामला आया है। हालांकि पुलिस ने अतीक और उसके बेटे के साथ 5 लोगों पर केस दर्ज किया है। वहीं मोहित जायसवाल का अपहरण करने वाले अतीक के दो गुर्गे भी पुलिस गिरफ्त में हैं।