उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर मोहम्मद गुलाम का यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर कर दिया है। बेटे की मौत की खबर के बाद से ही अतीक अहमद सदमे में है। गुरुवार को प्रयागराज कोर्ट में पेशी के बाद अतीक और उसके भाई अशरफ को पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। दोनों को प्रयागराज के धूमनगंज थाने में रखा गया है। जानकारी के मुताबिक अतीक अपने बेटे की मौत की खबर के बाद से ही सदमे में है। पूरी रात वह लॉकअप में बैठा ही रहा। उसने किसी से कोई बात भी नहीं की। उसे असद की मौत का सदमा लगा है।

लॉकअप में कैसी कटी रात

अतीक और उसे भाई अशरफ को सामान्य कैदियों की तरह लॉकअप में ही रखा गया है। उन्हें सोने के लिए कंबन भी दिया गया। दोनों मच्छरों से परेशान नजर आए। उन्होंने पुलिस से मच्छरों को भगाने के लिए मार्टिन भी मांगी। लॉकअप के अंदर कभी अतीक बैठा रहता तो कभी बेचैनी में इधर-उधर टहलने लगता। पुलिस आज दोनों से पूछताछ भी करेगी। उमेश पाल हत्याकांड को लेकर दोनों के सवाल किए जाने हैं। पुलिस को इस मामले में कई अहम सबूत भी हाथ लगे हैं। इनके आधार पर भी अतीक से पूछताछ होनी है।

असद का हुआ पोस्टमार्टम

असद और गुलाम को झांसी मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम किया गया है। आज उनके शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा। बता दें कि गुलाम का परिवार पहले ही कह चुका है कि अगर पुलिस ने गुलाम को एनकाउंटर में मारा तो ना तो उसका चेहरा देखेंगे और ना ही उसका शव लेगें। ऐसे में पुलिस खुद उसका अंतिम संस्कार कर सकती है। कानूनी प्रक्रिया के तहत 3 दिन तक उसके शव को पुलिस पोस्टमार्टम हाउस में रखेगी। अगर इस बीच परिवार के लोग उसका शव लेने नहीं आते हैं तो पुलिस सरकारी खर्च पर उसका अंतिम संस्कार कराएगी।

नाना और मौसा को सौंपा जाएगा शव

अतीक के परिवार के सभी लोग फरार चल रहे हैं। कोर्ट पहले ही अतीक अहमद के जनाजे में शामिल होने की अर्जी को नामंजूर कर चुकी है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि असद को सुपुर्द-ए-खाक कैसे किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक असद अहमद के शव को झांसी से प्रयागराज लाने के लिए उसके नाना और मौसा जाएंगे। पुलिस उन्हें असद का शव सौंप सकती है।