Atiq Ahmed Shooter: अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, लगातार नए खुलासे सामने आ रहे हैं। हमलावरों को विदेशों हथियार किसने मुहैया कराए थे इसे लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। हमलावरों ने पूछताछ में कानपुर के एक शातिर अपराधी का नाम लिया है। शूटरों ने पुलिस को बताया कि बाबर नाम से शख्स ने उन्हें विदेशी हथियार मुहैया कराए थे। पुलिस के मुताबिक बाबर कानपुर का शातिर अपराधी है। यह हाल ही में जेल से छूटकर आया है। पुलिस अब इस मामले में बाबर भी भूमिका की जांच में जुटी है।

कौन है बाबर?

कानपुर का रहने वाला बाबर शातिर अपराधी है। इसके ऊपर 5 मामले गंभीर धाराओं में दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक 2013 में एटीएस ने इसे विदेशी हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था। इसका पंजाब के कुछ अपराधियों के साथ भी कनेक्शन सामने आ चुका है। पुलिस अब इसकी पूरी कुंडली खंगाल रही है। पुलिस ने बाबर से ऊपर इनाम घोषित किया है। फिलहाल बाबर जमानत पर जेल से बाहर आया था।

बता दें कि शनिवार रात करीब 10.30 बजे अतीक और अशरफ की उस समय हत्या कर दी गई जब पुलिस की टीम उन्हें कस्टडी में लेकर मेडिकल के लिए लेकर जा रही थी। इस दौरान मीडियाकर्मी बनकर आए तीन हमलावरों दोनों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई। सूत्रों ने बताया कि अतीक को 9 गोली मारी गईं, जिनमें से तीन राउंड फायरिंग उसके सिर पर की गई और 6 राउंड फायरिंग अतीक की गर्दन, पेट और कमर में लगी थीं। वहीं, अशरफ पर 5 राउंड फायरिंग की गई थी। एक गोली उसके चेहरे पर लगी और बाकी गोलियां दूसरे हिस्सों में लगी थीं।

हत्याकांड की जांच करेंगी दो एसआईटी

यूपी सरकार ने पूरे मामले की जांच के लिए दो स्पेशल इंवेस्टिगेटिव टीम (SIT) बनाई हैं। इनमें से पहली एसआईटी को प्रयागराज जोन के एडीजी भानुशंकर सीट करेंगे। इसमें प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर और एफएसएल के निदेशक भी शामिल होंगे। वहीं दूसरी एसआईटी को अपर पुलिस उपायुक्त क्राइम सतीश चंद्र हेड करेंगे। टीम में एसीपी सतेंद्र तिवारी और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ओम प्रकाश सिंह को भी शामिल किया गया है। हत्याकांड में पुलिस की भूमिका से लेकर उनकी ओर से उठाए गए कदम समेत हत्यारों की मोडस ऑपरेंडी की जांच की जाएगी।

न्यायिक आयोग भी करेगा जांच

बता दें कि हत्याकांड के बाद भी सीएम योगी ने पूरे मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाए जाने के आदेश दिए थे। गृह विभाग ने कमीशन ऑफ़ इनक्वायरी एक्ट 1952 के तहत इस तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग को गठित किया है। इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय के सेवानिवृत्त न्‍यायाधीश अरविन्‍द कुमार त्रिपाठी द्वितीय की अध्‍यक्षता में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुबेश कुमार सिंह और सेवानिवृत्त जनपद न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी को बतौर सदस्‍य आयोग में शामिल किया गया है। आयोग 2 महीने में पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।