माफिया डॉन अतीक अहमद के कारनामों से सभी वाकिफ हैं। अतीक अहमद को उमेश पाल अपहरण मामले में प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अतीक अहमद के खिलाफ उसके अपने ही रिश्तेदार ने मुकदमा दर्ज कराया है। अतीक अहमद के रिश्तेदार जीशान अहमद ने बताया कि किस प्रकार से माफिया ने उनकी जमीन हड़पने की कोशिश की और उन्हें धमकी दी।
जीशान अहमद ने डिजिटल समाचार चैनल यूपी तक से बात करते हुए बताया, “मेरी एक कीमती जमीन है और इस पर अतीक की नजर थी। अतीक अहमद ने मुझसे कहा था कि या तो तुम हिस्सा दो या फिर अपनी जमीन मेरी बीवी के नाम कर दो। एक दिन मैं अपने परिवार के साथ जमीन के पास बैठा था और अतीक अहमद के बेटे अली और उसके गुर्गे आए। कई गाड़ियों से आकर उन्होंने राइफल लेकर हमें घेर लिया।”
जीशान अहमद ने आगे बताया, “अतीक का बेटा अली मेरे कनपटी पर बंदूक रखा और फिर उसके बाद उसने अपने पिता को फोन मिलाया। अतीक ने मुझसे फोन पर कहा कि तोहका बहुत गुंडई आवत है। एक काम करो 5 करोड़ दो या फिर अपनी जमीन मेरी बीवी के नाम कर दो। मैं चुप हो गया क्योंकि मुझे उनलोगों ने घेर रखा था। इसके बाद अतीक बोलता है कि अली यह लोग ऐसे नहीं मानेंगे, इनको मारो।”
जीशान अहमद ने बताया, “इतने में वे मेरे मुझे मारना शुरू कर दिए। फिर मेरे परिवार और करीबी का उनसे झगड़ा होने लगा और वह लोग हमें मार रहे थे। उसका वीडियो भी है। फिर मैं भागा लेकिन अली और उसके गुर्गे ने गोली चला दी, लेकिन मैं बच गया। मैं पुलिस स्टेशन गया लेकिन वहां पर मुझे उल्टा बिठा लिया गया। लेकिन उस दौरान एक पुलिस अधिकारी राकेश सिंह साहब थे, उन्होंने मेरी खूब मदद की। उन्होंने एफआईआर लिखवाई और फिर तहकीकात शुरू हुई। फिर धीरे-धीरे खुलासा होना शुरू हुआ।
जीशान अहमद ने अतीक अहमद के घर रिश्तेदारी को लेकर कहा, “रिश्तेदारी गलती से हो गई। हमारे भाई का रिश्ता वहां पर हो गया। लेकिन हम लोग कभी नहीं बताते कि अतीक अहमद हमारा रिश्तेदार है, क्योंकि हम लोगों को खुद बुरा लगता है। अतीक अहमद चाहता था कि मैं उसके लिए काम करूं और जब मैंने यह नहीं किया तो उसने कहा मुझे या तो हिस्सा दो या फिर अपनी जमीन मेरे नाम कर दो।
जीशान अहमद ने योगी आदित्यनाथ सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “अगर आज योगी जी की सरकार नहीं होती तो हम लोग कहां कटकर पड़े होते पता ही नहीं होता। पहले की सरकार में एफआईआर नहीं होती थी क्योंकि लोग डरे होते थे। अब लोगों के अंदर जज्बा आया है तब एफआईआर हो रही है। योगी जी की सरकार से न्याय मिलने की उम्मीद है। हम चाहते हैं कि इसी कार्यकाल के अंदर फैसला आ जाए, क्योंकि अगर बाई चांस सरकार बदल गई तो आगे इससे भी घातक हो सकता है।”