अतीक अहमद के चकिया स्थित दफ्तर में मिले खून के धब्बों को लेकर रहस्य अभी भी बरकरार है। क्या यह खून इंसानी था? इस सवाल से आज पर्दा उठ सकता है। आज एफएसएल की रिपोर्ट सामने आएगी। इससे खून को लेकर संशय खत्म हो जाएगा। पुलिस को खून से पास से एक महिला का दुपट्टा भी मिला था। इससे शक गहरा रहा है कि या तो किसी महिला पर हमला किया गया या उसने खुदकुशी की कोशिश की है। हालांकि कुछ सवाल अभी भी बने हुए हैं कि आखिर यह खून किस महिला का है और अगर महिला की हत्या की गई तो उसका शव कहां गया?

इंसानी खून के मिले सबूत

सूत्रों का कहना है कि शुरुआती जांच में अतीक के दफ्तर के लिए गए खून के सैंपल में इंसानी हीमोग्लोबिन होने की जानकारी सामने आई है। हालांकि एफएसएल की रिपोर्ट आज सामने आएगी। पुलिस इस मामले में हत्या के एंगल से भी जांच कर रही है। दुपट्टा और चूड़ियां मिलने से पुलिस को किसी महिला के साथ अनहोनी की आशंका है। पुलिस ने मौके से एक चाकू भी बरामद किया था। खून के धब्बे मिलने के बाद पुलिस ने इस दफ्तर की सुरक्षा भी बढ़ा दी है।

अतीक अहमद के दफ्तर में खून के धब्बे मिलने के बाद पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। अधिकारियों ने बताया था कि दफ्तर में जगह-जगह लाल धब्बे के निशान मिले हैं। यह खून की तरह ही दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया ये कहा जा सकता है कि ये खून ही है। हालांकि ये खून किसका है या कैसा खून है इसके बारे में अभी कहना मुश्किल है। मौके पर पहुंची एफएसएल की टीम ने इनके नमूने जांच के लिए भेज दिए थे।

बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस ने इस दफ्तर में छापेमारी भी की थी। पुलिस को यहां से 72 लाख 62 हजार कैश और 10 असलहे से बरामद हुए थे। पुलिस ने उमेश पाल की हत्या के मामले में अतीक के ड्राइवर कैश अहमद और मुंशी राकेश लाला से पूछताछ की थी। उन्हीं की निशानदेही पर पुलिस को यह सफलता मिली थी।