अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को बांदा से हिरासत में लिया है। एसआईटी ने बांदा से इन्हें हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि तीनों लोग आरोपी लवलेश तिवारी के खास दोस्त है। सूत्रों के मुताबिक एसआईटी की टीम हमीरपुर और कासगंज भी पहुंची है। यहां आरोपियों के परिवार वालों समेत करीबियों से पूछताछ की जा रही है। एसआईटी को ऐसे भी इनपुट मिले हैं कि कुछ तथाकथित कुछ पत्रकार लवलेश तिवारी को मीडिया की ट्रेनिंग दे रहे थे। इसी के बाद उसने फर्जी आईडी तैयार की थी।

रीक्रिएट किया जाएगा क्राइम सीन

एसटीआई तीनों आरोपियों को लेकर आज ही क्राइम सीन रीक्रिएशन कर सकती है। गुरुवार को तीनों शूटरों कस्टडी रिमांड के दूसरे दिन पुलिस इन को लेकर घटनास्थल काल्विन अस्पताल पहुंच सकती है। वारदात का वीडियो फुटेज दिखाकर भी आरोपियों से सवाल जवाब किए जा सकते हैं। एसआईटी अफसरों ने तीनों शूटरों से पूछा कि उनके पास 7 से 8 लाख मूल्य वाली जिगाना व गिरशान पिस्टल किसने मुहैया कराई, इस पर भी तीनों ने कोई साफ जवाब नहीं दिया। इनके पास से जो पिस्टल बरामद हुए हैं यह भारत में प्रतिबंधित है एक पिस्टल की कीमत 7 से 8 रुपये से अधिक है।

नार्को टेस्ट करा सकती है पुलिस

सूत्रों का कहना है कि अगर तीनों आरोप पुलिस की जांच में सहयोग नहीं करते हैं और उनका नार्को टेस्ट कराया जा सकता है। दरअसल पुलिस के सामने अब भी कई सवाल ऐसे हैं जिनका कोई जवाब नहीं मिला है। तीनों आरोप कैसे एक-दूसरे के संपर्क में आए आए। लवलेश तिवारी बांदा के क्योतरा का रहने वाला है। सनी सिंह हमीरपुर जिले के कुरारा कस्बे का रहने वाला है।

शाइस्ता का नहीं मिल रहा सुराग

एसआईटी को अभी तक अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन का कोई सुराग नहीं मिला है। उसकी तलाश में कई शहरों में छारेमारी की जा रही है। पुलिस ने प्रयागराज और कौशांबी में छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक शाइस्ता के साथ एक शूटर के अलावा बुर्के में दर्जनभर महिलाएं भी शामिल हैं। इन्हीं की मदद से वह लगातार पुलिस को चकमा दे रही है।