भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के असम दौरे से पहले आरटीआई कार्यकर्ता व किसान निकाय के नेता अखिल गोगोई को रविवार सुबह नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2016 के खिलाफ विरोध करने पर गिरफ्तार कर लिया गया। अमित शाह रविवार (20 मई) को गुवाहाटी में थे। यहां पर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (नेईडीए) के नेताओं को संबोधित किया। कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) का नेत़ृत्व करने वाले गोगोई ने शनिवार को असम के लोगों से नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2016 को लेकर भाजपा अध्यक्ष को मजबूत संदेश देने के लिए शाह के दौरे के खिलाफ काले झंडे दिखाने का आग्रह किया था। गोगोई जब श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र, जहां एनईडीए की बैठक होने वाली थी, के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे थे तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गोगोई ने पत्रकारों से कहा, “हम यहां शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे थे, लेकिन भाजपा सरकार ने मुझे सबसे अलोकतांत्रिक ढंग से गिरफ्तार कर लिया।” उन्होंने कहा, “मैं एक बार फिर लोगों से नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ एकजुट होने और शाह के दौरे के विरोध में उन्हें काले झंडे दिखाने का आग्रह करता हूं।”

गुवाहाटी में प्रदर्शन करते अखिल गोगोई (फोटो-पीटीआई)

बता दें कि असम सरकार अपने यहां नागरिकों की पहचान के लिए एक रजिस्टर बना रही है। इस में असम के सभी वैध नागरिकों की एंट्री की जा रही है। असम सरकार के इस कदम का मकसद राज्य से बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर करना है। लेकिन विपक्ष समेत कई संगठन राज्य सरकार के इस कदम का विरोध कर रहे हैं। इनका कहना है कि राज्य की बीजेपी सरकार के इस फैसले का असर कई ऐसे नागरिकों पर पड़ रहा है जो असम में सालों से रहते आए हैं, लेकिन उनके पास इसे साबित करने के लिए कोई दस्तावेज नहीं है। वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह गुवाहाटी में असम की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर जमकर बरसे। अमित शाह ने कहा कि आजादी से पहले असम की जीडीपी देश में सबसे ज्यादा थी। उन्होंने कहा, “उस वक्त पूरा पूर्वोत्तर असम में आया करता था, लेकिन उसके बाद क्या हुआ? आजादी के बाद पूर्वोत्तर क्यों पिछड़ गया? ऐसा सिर्फ कांग्रेस की सरकारों की वजह से हुआ।”