असम सीएम हेमंत बिस्वा सरमा से नजदीकी और बीजेपी सरकार को समर्थन देने की बात कहने वाले कांग्रेस विधायक को पार्टी ने सस्पेंड कर दिया है। कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने विधायक शशिकांत दास को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए पार्टी से निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के साथ, दास ने 20 दिसंबर को घोषणा की थी कि वह “सरकार में शामिल हो गए” लेकिन कांग्रेस में बने रहेंगे। राहा से पहली बार विधायक बने दास को विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री के चैंबर से ये टिप्पणी करने के तुरंत बाद कांग्रेस द्वारा कारण बताओ नोटिस दिया गया था। उन्हें एक दिन के भीतर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा गया था।
एक बयान में कांग्रेस ने कहा कि दास को, पार्टी अनुशासन का बार-बार उल्लंघन करने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। शशिकांत दास कई सालों से कांग्रेस में थे। उन्होंने पहले कहा था कि वह कई वर्षों से सरमा को जानते हैं और असम में सभी समुदायों के विकास के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए सक्रिय कदमों से वो प्रभावित हैं। इसलिए वो बीजेपी सरकार को सपोर्ट करेंगे।
राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अक्टूबर में एक अन्य विधायक शर्मन अली अहमद को पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने के लिए निलंबित कर दिया था। अहमद को सितंबर में दरांग जिले में बेदखली अभियान के संबंध में उनकी कथित सांप्रदायिक टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किया गया था, जिसमें दो नागरिक मारे गए थे और पुलिसकर्मियों सहित 20 से अधिक घायल हुए थे।
अभी के समय में 126 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास 62 विधायक हैं, जबकि उसकी सहयोगी अगप के पास नौ विधायक हैं और यूपीपीएल के सात विधायक हैं। विपक्षी खेमे में कांग्रेस के पास 27, एआईयूडीएफ के पास 15, बीपीएफ के तीन और माकपा के पास एक विधायक है।