असम में लगातार हो रही बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में हालात काफी खराब हो गए हैं। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और यहां बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा बाइक पर सवार होकर इन क्षेत्रों के हालातों का जायजा लेने पहुंचे।

असम के पांच जिलों- कछार, चिरांग, मोरीगांव, नगांव और तामूलपुर में बाढ़ के कारण 2,50,300 से ज्यादा लोगों की जिंदगियां प्रभावित हुई हैं। गुरुवार (14 जुलाई, 2022) को मुख्यमंत्री सरमा ने बाइक पर सवार होकर तामूलपुर का दौरा किया।

सरमा ने अपने इस दौरे का वीडियो भी ट्विटर पर शेयर किया है। वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा, “तामूलपुर की अपनी यात्रा के दौरान मैं मोटर-बाइक से बागरीबाड़ी तटबंध के टूटने की जगह पर गया।”

वीडियो में मुख्यमंत्री स्कूटर की सवारी करते हुए दिखाई दे रहे हैं और उन्होंने गुलाबी रंग का हेलमेट पहना है। अन्य अधिकारी और सुरक्षाकर्मी भी बाइक पर सवार होकर प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री के साथ वहां गए।

असम सरकार ने चार जिलों में 76 राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां 3,139 बच्चों समेत 17,014 लोगों ने शरण ली है। बोंगाईगांव, धुबरी, कामरूप, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, दक्षिण सलमारा और तिनसुकिया जिलों में बड़े पैमाने पर कटान की सूचना मिली है। कई जिलों में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा है।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की तरफ से जारी बुलेटिन के मुताबिक, बराक घाटी का कछार बाढ़ की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जहां 1.48 लाख लोग सैलाब की मार झेल रहे हैं। इसके बाद मोरीगांव में 1.01 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इससे पहले मंगलवार को सात जिलों में प्रभावितों की संख्या 2.91 लाख थी। असम में बाढ़ के कारण अभी तक 190 लोगों की मौत हो चुकी है।

बुलेटिन में यह भी कहा गया कि फिलहाल, 349 गांव जलमग्न हैं। वहीं, राज्य की 651.40 लाख हेक्टेयर जमीन पर फसल क्षतिग्रस्त हुई है। असम में फिलहाल कोई भी नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है।