एशियन गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट एथलीट पिंकी प्रमाणिक ने गुरुवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। पश्चिम बंगाल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने पिंकी को भाजपा का झंडा सौंपकर पार्टी में शामिल किया। बता दें कि पिंकी प्रमाणिक साल 2006 में हुए एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल विजेता 400 रिले टीम का हिस्सा रहीं थी। इसके साथ ही पिंकी प्रमाणिक 2006 में ही हुए कॉमनवेल्थ गेम्स की सिल्वर मेडल विजेता रिले टीम का भी हिस्सा रह चुकी हैं।

उल्लेखनीय है कि साल 2012 में पिंकी प्रमाणिक के जेंडर (लिंग) को लेकर भी विवाद हो चुका है। दरअसल पिंकी की एक दोस्त ने उन पर बलात्कार करने का आरोप लगाया था और पिंकी को एक लड़का बताया था। इसके बाद पिंकी को 25 दिन तक पुलिस हिरासत में रखा गया था और उनके जेंडर की पुष्टि के लिए मेडिकल जांच भी की गई थी। साल 2014 में कलकत्ता हाईकोर्ट ने पिंकी को आरोपों से बरी कर दिया था।

बता दें कि साल 2012 में पिंकी प्रमाणिक की रूम पार्टनर ने उन पर ‘पुरुष’ होने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही रूम पार्टनर ने पिंकी पर बलात्कार का भी आरोप लगाया था। जिसके बाद 14 जून 2012 को पुलिस ने पिंकी प्रमाणिक को गिरफ्तार कर लिया था। 25 दिन जेल में रहने के बाद उत्तर 24 परगना जिला न्यायालय ने पिंकी को जमानत पर रिहा करने का निर्देश दिया था। पिंकी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा करार दिया था।

गौरतलब है कि पिंकी प्रमाणिक के जेंडर की पुष्टि के लिए एक मेडिकल टेस्ट भी कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट में दावा किया गया था कि पिंकी ‘महिला’ नहीं है। एक फोरेंसिक एक्सपर्ट ने दावा किया था कि क्रोमोसोमल और एनाटॉमिकल नजरिए से एथलीट में कई लक्षण पुरुषों वाले हैं। हालांकि डॉक्टरों ने यह भी कहा था कि पिंकी बलात्कार करने में सक्षम नहीं हैं। इसके बाद कोर्ट ने 5000 रुपए के बॉन्ड पर पिंकी को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था।

इस मामले में कोलकाता हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका भी दाखिल की गई थी, जिसमें पुलिस हिरासत में पिंकी प्रमाणिक को पुलिस द्वारा टॉर्चर किए जाने का आरोप लगाया था। पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग ने भी पुलिस द्वारा पिंकी को टॉर्चर करने के आरोप की जांच के निर्देश दिए थे।