नाबालिग से घिनौनी हरकत के मामले में जोधपुर जेल में बंद आसाराम से सख्ती से बात करने वाली महिला डीएसपी चंचल मिश्रा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आसाराम के सेवकों की तरफ से मिश्रा को जान से मारने की सुपारी दिए जाने का खुलासा हुआ है। गुजरात पुलिस की अपराध शाखा ने पिछले दिनों एक शार्प शूटर को गिरफ्तार किया था। उसी ने मिश्रा को मारने की साजिश की बात बताई थी। राज्य पुलिस मुख्यालय ने गुजरात क्राइम ब्रांच की सूचना के बाद डीएसपी चंचल मिश्रा की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश के साथ ही सतर्कता बरतने को कहा है।
पुलिस के अनुसार आसाराम मामले की जांच अधिकारी रहीं चंचल मिश्रा से बदला लेने के मकसद से ही उन्हें जान से मारने की साजिश आसाराम के समर्थक रच रहे हैं। मिश्रा अभी भीलवाड़ा जिले के मांडल में डीएसपी के तौर पर तैनात है। उन्होंने जोधपुर में सहायक पुलिस आयुक्त के पद पर रहने के दौरान मामले की तफ्तीश की थी और सख्ती से आसाराम से पूछताछ की थी। पुलिस के अनुसार अमदाबाद में शार्प शूटर कार्तिक को गिरफ्तार किया गया था। डीएसपी मिश्रा के साथ अब एक की जगह दो सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं।
पुलिस को दिए बयानों में कार्तिक ने खुलासा किया कि आसाराम के मामले में गवाहों की हत्या कराने और एके-47 खरीदने के लिए ही आसाराम समर्थकों ने 25 लाख रुपए जमा किए हैं। कार्तिक भी आसाराम का चेला है। अमदाबाद की क्राइम ब्रांच ने कार्तिक का 30 पेज का बयान दर्ज किया है। इसी में जानकारी है कि आसाराम के समर्थक गवाहों को मारने की साजिश रच रहे हैं। इस शार्प शूटर ने तीन गवाहों की हत्या की बात क्राइम ब्रांच के सामने कबूली है। इसके साथ ही उसने चार अन्य गवाहों पर भी हमले की बात बताई है। चंचल मिश्रा की सख्ती से ही उसे आसाराम के समर्थकों ने अपने निशाने पर लिया है।