बिहार विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को भी सफलता मिली है। MIM के पांच विधायक जीते हैं। 2020 के चुनाव में भी MIM के पांच विधायक जीते थे और उसके बाद चार ने राजद ज्वाइन कर लिया था। हालांकि इस बार भी उन्हीं पांच सीटों पर AIMIM के विधायकों ने जीत दर्ज की है। हालांकि अब बहादुरगंज सीट से MIM विधायक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
तौसीफ आलम पर क्या आरोप?
बहादुरगंज विधानसभा सीट से तौसीफ आलम ओवैसी की पार्टी से विधायक चुने गए और उन पर अब नामांकन में जानकारी छिपाने का आरोप लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बहादुरगंज के ही निवासी आसिफ अकरम ने मंगलवार को जिला निर्वाचन अधिकारी और डीएम विशाल राज को एक लिखित शिकायत दी और आरोप लगाया कि तौसीफ आलम ने अपने नामांकन पत्र में दो बेटियां और एक बेटे का विवरण छुपाया है। बता दें कि उम्मीदवारों को अपनी सभी आश्रित संतानों की जानकारी देना अनिवार्य होता है।
विधानसभा से होगी छुट्टी?
शिकायत के अनुसार तौसीफ आलम चार बार विधायक रह चुके हैं और उन्हें पेंशन भी मिलती है, लेकिन उन्होंने पूर्व विधायक होने और पेंशन प्राप्त करने का कोई जिक्र नहीं किया है। तौसीफ आलम पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने जानबूझकर जानकारी छिपाई है। शिकायत की एक कॉपी बिहार राज्य निर्वाचन आयोग को भी भेज दी गई है। वहीं जिला निर्वाचन पदाधिकारी विशाल राज ने शिकायत मिलने की पुष्टि कर दी है। उन्होंने बताया कि हमें विधायक तौसीफ आलम द्वारा गलत और अधूरी जानकारी देने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई और अब चुनाव आयोग के नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।
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तौसीफ आलम ने MIM के टिकट पर बहादुरगंज से जीत हासिल की है। इससे पहले वह वर्ष 2005 (फरवरी), वर्ष 2005 (अक्टूबर), 2010 और 2015 में विधायक बन चुके हैं। अगर उनके खिलाफ आरोप सही पाए जाते हैं तो उन्हें 2 साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है। तौसीफ आलम चार बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे। 2020 के चुनाव में वह तीसरे नंबर पर थे।
