कश्मीर में एक पत्थरबाज को जीप से बांधकर सुर्खियां बटोरने वाले मेजर लीतुल गोगोई की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मेजर गोगोई एक युवती को लेकर विवादों में हैं। अब सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने इस मामले में पहली बार बेहद सख्त बयान दिया है। जनरल रावत ने शुक्रवार (25 मई) को कहा कि इस मामले में मेजर गोगोई के दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि वह अन्य के लिए भी मिसाल साबित होगी। इस बीच, मेजर गोगोई के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दे दिया गया है। सेनाध्यक्ष ने कहा, ‘भारतीय सेना में यदि किसी ने कुछ भी गलत किया और वह हमारे संज्ञान में आ गया तो उस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मैं यह बताना चाहूंगा कि यदि मेजर गोगोई ने कुछ गलत किया है तो उन्हें उचित दंड दिया जाएगा। उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाएगी जो दूसरों के लिए नजीर साबित होगा।’ सेनाध्यक्ष जनरल रावत का बयान ऐसे समय सामने आया है, जब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले में मेजर गोगोई समेत अन्य लोगों से पूछताछ की है। मालूम हो कि मेजर गोगोई उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने एक पत्थरबाज को सेना की जीप के बोनट से बांधकर बडगाम के कई गांवों में घुमाया था।
क्या है मामला?: मेजर गोगोई एक स्थानीय युवती के साथ श्रीनगर के कोहनाखान रोड स्थित होटल ग्रांड ममता गए थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने होटल में पहले से ही ऑनलाइन कमरा बुक करवा रखा था। वह सादे लिबास में बुधवार (23 मई) को सुबह में बडगाम की एक युवती के साथ होटल पहुंचे थे। सैन्य अधिकारी ने इसे कथित तौर पर बिजनेस टूर बताया था। होटल के कर्मचारियों ने दोनों से पहचान पत्र मांगा था। मेजर गोगोई ने असैन्य पहचान पत्र दिया था। उसी वक्त युवती के बडगाम निवासी होने का पता चला था। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा कारणों से स्थानीय नागरिकों को होटल में रूम नहीं दिया जाता है। ऐसे में होटल कर्मचारियों ने नियमों का हवाला देते हुए कमरा देने से इनकार कर दिया था। इस पर मेजर गोगोई और होटल कर्मचारियों के बीच झड़प हो गई। पुलिस मेजर गोगाई को थाने में ले जाकर उनसे पूछताछ की थी। बाद में सैन्य अधिकारी को बडगाम स्थित सैन्य शिविर में भेज दिया गया था। जांच में पता चला कि युवती बालिग थी।