नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की सांप्रदायिक हिंसा में 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे। गोकुलपुरी इलाके में हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। चार्जशीट के मुताबिक, इन सभी लोगों पर गोकुलपुरी इलाके के जोहरीपुर पुलिया नाले में विशेष समुदाय के 9 लोगों की हत्या कर उनके शव को फेंकने का आरोप है।

‘द क्विंट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक सभी लोगों को एक व्हाटसएप ग्रुप के आधार पर पकड़ा गया है। “कट्टर हिन्दू एकता” नाम के इस व्हाटसएप ग्रुप में 125 लोगों को जोड़ा गया था। यह ग्रुप हिंसा से एक दिन पहले यानी 24 फरवरी की रात को बनाया गया था। दंगों के दौरान इस ग्रुप में 26 फरवरी को रात 11.49 बजे गंगा विहार में रहने वाले लोकेश सोलंकी ने एक मैसेज भेजा था। सोलंकी ने लिखा था “तुम्हारे भाई ने अभी 9 बजे के करीब बी विहार में 2 मुल्ले मारे हैं…. और नाले में फेंके हैं …. अपनी टीम के साथ…. तुम्हें पता है ना कि तुम्हारा भाई सबसे आगे रहता है ऐसे कामों में।”

एक अन्य मैसेज में सोलंकी ने लिखा है कि मैं गंगा विहार का रहने वाला हूं। अगर कोई दिक्कत आए, लोग कम पड़ें तो मुझे बताना में पूरी फौज लेकर आ जाऊंगा। हमारे पास सब समान है, गोली बंदूक सब कुछ। अभी-अभी दो मारे भी हैं और नाले में फेंका है।

गोकुलपुरी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले भागीरथी विहार में मुसलमानों को मारने के लिए कम से कम नौ लोगों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए अधिकांश आरोपी इस व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्य हैं।

दिल्ली पुलिस ने तीन हत्याओं के सिलसिले में हाल ही में तीन आरोप पत्र – एफआईआर नंबर 102/20, 103/20 और 104/20 दर्ज किए हैं और इसमें कट्टार हिंदुत्व एकता समूह के कुछ व्हाट्सएप वार्तालाप शामिल हैं। चार्जशीट के अनुसार, पुलिस चैट को “अतिरिक्त न्यायिक कंफेशंस” के रूप में मान रही है।

चार्जशीट में, पुलिस ने कहा है कि व्हाट्सएप ग्रुप का गठन हिंसा के दूसरे दिन 25 फरवरी को सुबह 12.49 पर हुआ था। इसमें 125 सदस्य शामिल थे, जिनमें से 47 ने 8 मार्च को ग्रुप छोड़ दिया था।