Tripura BJP MLA Resgines: त्रिपुरा (Tripura) के एक और बीजेपी विधायक (BJP MLA) ने चुनाव से कुछ महीने पहले आज सुबह विधानसभा (Assembly) से इस्तीफा दे दिया। बीजेपी विधायक दीबा चंद्र हरंगखाल (BJP MLA Dibachandra Hrangkhawal) ने बुधवार (28 दिसंबर) की सुबह अपना इस्तीफा दे दिया। इस तरह से अब तक इस्तीफा दे कर जाने वाले बीजेपी के कुल विधायकों (BJP MLA’s) की संख्या 7 पहुंच गई है। बुधवार को त्रिपुरा विधानसभा (Tripura Assembly) के बीजेपी विधायक दीबा चंद्र हरंगखाल ने बताया कि उन्होंने व्यक्तिगत वजहों के चलते इस्तीफा दिया है। इस तरह से वो सत्ताधारी गठबंधन की ओर से इस्तीफा देने वालें सातवें विधायक हैं।

Bibachandra Hrangkhawal कांग्रेस से BJP में हुए थे शामिल

दीबा चंद्र हरंगखाल धलाई में करमचेरा के एक आदिवासी विधायक थे। इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि आज मैंने विधायक के रूप में अपना इस्तीफा विधानसभा के सचिव को सौंप दिया है, क्योंकि अध्यक्ष रतन चक्रवर्ती मौजूद नहीं थे। मैंने व्यक्तिगत कारण से इस्तीफा दिया है। हरंगखाल इसके पहले कांग्रेस के त्रिपुरा राज्य के अध्यक्ष थे वो साल 2018 में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले बीजेपी में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि मैंने अभी तक अपने अगले कदम का फैसला नहीं लिया है। उन्होंने ये भी कहा कि वो राजनीति में बने रहेंगे क्योंकि वो एक राजनीतिक शख्स हैं।

इस साल पार्टी छोड़ चुके हैं 4 BJP MLA

दीबा चंद्र हरंगखाल के साथ राज्य कांग्रेस के सीनियर नेता आशीष कुमार साहा भी मौजूद थे। इसके पहले इस साल की शुरुआत में उन्होंने भी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही इस साल बीजेपी के चार विधायक पार्टी छोड़ कर चले गए। साहा के अलावा, विधायक सुदीप रॉय बर्मन और बुरबो मोहन त्रिपुरा ने भी इस साल की शुरुआत में इस्तीफा दे दिया था, जबकि सूरमा विधानसभा क्षेत्र के विधायक आशीष दास को उनके कथित दुर्व्यवहार के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था।

Tripura Assembly में BJP के 34 विधायक

बीजेपी प्रवक्ता सुब्रत चक्रवर्ती ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि दीबा चंद्र हरंगखाल काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने इस बात का भी दावा किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 34 विधायक हैं, जबकि उसकी सहयोगी आईपीएफटी के पांच विधायक हैं। विपक्षी कांग्रेस का एक विधायक और माकपा के 15 विधायक हैं, जबकि पांच सीटें खाली हैं।