आंध्र प्रदेश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कन्ना लक्ष्मी नारायण ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कन्ना लक्ष्मी नारायण ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर कहा है कि राज्य का खुफिया विभाग उनके टेलीफोन नंबरों को टैप कर रहा है। कन्ना लक्ष्मी नारायण का आरोप है कि खुफिया विभाग को ऐसा करने के निर्देश राज्य के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू सरकार से मिले हैं। हालांकि कन्ना लक्ष्मी नारायण के आरोपों पर अभी तक सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
62 वर्षीय कन्ना लक्ष्मी नारायण आंध्र प्रदेश की सियासत का बड़ा चेहरा हैं। उन्होंने अपने जीवन के 40 साल कांग्रेस में बिताए हैं। 2014 के चुनावों के कुछ ही दिनों बाद वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। बीते 13 मई 2018 को कन्ना लक्ष्मीनारायण को आंध्र प्रदेश भाजपा का नया अध्यक्ष बनाया था। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए उनके नाम की घोषणा और प्रस्ताव खुद अमित शाह ने किया था। मई में प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले तक लक्ष्मीनारायण ये कह रहे थे कि वह वाईएसआर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उन्हें लौटाकर ले आए थे।
Andhra Pradesh BJP president, Kanna Lakshmi Narayana, writes letter to Home Minister Rajnath Singh alleging that his telephone numbers are being tapped by state intelligence department
— ANI (@ANI) July 16, 2018
कन्ना लक्ष्मी नारायण कापू समुदाय से आते हैं। ये समुदाय आंध्र प्रदेश के चुनाव नतीजों में गहरा असर डालता है। कन्ना लक्ष्मीनारायण आंध्र प्रदेश के गुंटूर से पांच बार विधायक रह चुके हैं। कन्ना लक्ष्मीनारायण आंध्र प्रदेश की वाई एस राजशेखर रेड्डी, के रोसैया और किरन कुमार रेड्डी की सरकार में मंत्री रहने के साथ ही कई जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। उन्हें राज्य में बीजेपी की कमान बेहद मुश्किल वक्त में सौंपी गई है। राज्य में सत्तारूढ़ तेलुगुदेशम पार्टी भाजपा नीत एनडीए से अलग हो चुकी है। उनकी मांग आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग को लेकर थी। लेकिन इसके बाद भाजपा ने राज्य में भी उनसे समर्थन वापस ले लिया।
वैसे बता दें कि आंध्र प्रदेश में भाजपा ने 2014 में टीडीपी के साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ा था। इस गठबंधन ने 25 में से 17 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि 175 सीटों वाली विधानसभा में से 106 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा नेताओं ने इशारा किया कि पार्टी को 2014 के लोकसभा चुनाव में 7 प्रतिशत वोटों का फायदा हुआ था।