तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू ने लगतार आठवें साल अपने व अपने परिवार की संपत्ति को सार्वजनिक किया है। नायडू के बेटे और आंध्र प्रदेश के आईटी मिनिस्टा नारा लोकेश ने बुधवार (21 नवंबर) को अमरावती में संपत्ति को सार्वनजिक किया। घोषणा के अनुसार, मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नाडयू की कुल संपत्ति 2.99 करोड़ रुपये की है, वहीं, तीन साल उम्र के उनके पोते नारा देवांश की संपत्ति उनसे छह गुणा अधिक है। नारा देवांश के नाम पर कुल 18.71 करोड़ की संपत्ति है। पिछले साल की तुलना में नायडू की संपत्ति में 46 लाख रुपये का इजाफा हुआ है। साथ ही देनदारी 5.64 करोड़ से घटकर 5.31 करोड़ हो गई है।
लोकेश के बेटे देवांश, जो कि अपने परिवार के सबसे छोटे सदस्य हैं, अपने दादा नायडू से ज्यादा अमीर हैं। इनके नाम पर हैदराबाद के जुब्ली हिल्स में 16.17 करोड़ रुपये मूल्य के घर और बैंक में 2.49 करोड़ के फिक्स डिपोजिट है। वहीं, नायडू की पत्नी और हेरिटेज फूड्स की प्रमुख भुवनेश्वरी घर में सबसे ज्यादा अमीर हैं। उनके पास कुल 31.01 करोड़ की संपत्ति है। पिछले साल उनकी संपत्ति 25.41 करोड़ थी, जिसमें इस साल 5.6 करोड़ का इजाफा हुआ है। लोकेश, टीडीपी के महासचिव हैं, की संपत्ति 2017 में 15.21 करोड़ थी, जो इस साल बढ़कर 21.40 करोड़ हो गई है। लोकेश की पत्नी की संपत्ति पिछले साल की तुलना में घटकर आधी हो चुकी है। पिछले साल उनकी संपत्ति 15.01 करोड़ थी, जो इस साल 7.72 करोड़ हो गई है।
बता दें कि चंद्रबाबू नायडू ने पारदर्शिता बनाए रखने के लिए खुद अपने परिवार से ही संपत्ति की घोषणा करने की शुरूआत की। साथ ही वे नेताओं को हर साल अपनी संपत्ति घोषित करने की मांग करते रहे हैं। इस साल की शुरूआत में ऐसोसिएट फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने चंद्रबाबू नायडू को देश का सबसे धनी मुख्यमंत्री घोषित किया था। इसके अनुसार, चद्रबाबू नायडू की कुल संपत्ति 177 करोड़ के करीब है। नायडू के पास 13.8 करोड़ की चल संपत्ति और 42.68 करोड़ की अचल संपत्ति बताई गई थी।