मां बनने का पिछले पांच दशक से इंतजार कर रही आंध्र प्रदेश की 74 वर्षीय एक महिला का सपना अंतत: पूरा हुआ और उसने गुरुवार को जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। डॉक्टरों का मानना है कि यह नया विश्व रिकॉर्ड हो सकता है। गिनीज विश्व रिकॉर्ड के मुताबिक पिछला रिकॉर्ड 2006 में 66 वर्षीय स्पेन की एक महिला के नाम था। आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के द्रक्षारामम की ई मंगयम्मा ने गुंटुर के निजी अस्पताल में इन विट्रो र्फिटलाइजेशन (आईवीएफ) के जरिए दो जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया।

मां और बच्चे सुरक्षित: स्त्री रोग विशेषज्ञ डा सनककयला अरुणा ने कहा कि मां और दोनों नवजात बच्चियां सुरक्षित एवं स्थिर हैं। सनककयला अरुणा की ही देखरेख में सी-सेक्शन किया गया। मंगयम्मा की 1962 में ई राजा राव से शादी हुई थी और इतने सालों में उन्होंने उम्मीद छोड़ दी थी लेकिन जब उनके एक पड़ोसी ने आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन के जरिए 55 की उम्र में एक बच्चे को जन्म दिया तो उनकी उम्मीद फिर से जगी और उन्होंने आईवीएफ आजमाया।


जनवरी में किया गर्भधारण: उन्होंने पिछले साल नवंबर में डॉ अरुणा का रुख किया जो पूर्व में 1999 से 2004 के बीच चंद्रबाबू नायडू कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्री रहीं। मंगयम्मा आईवीएफ प्रक्रिया से गुजरी और इस साल जनवरी में गर्भधारण किया। बताया जा रहा है कि मंगायम्मा की स्वास्थ्य स्थिति पर कार्डियोलॉजिस्ट, पल्मोनोलॉजिस्ट, स्त्रीरोग विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ लगातार निगरानी रह रहे थे क्योंकि इस उम्र में सामान्य प्रसव होना बहुत मुश्किल था। बताया जा रहा है कि यह घटना गिनीज बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में भी दर्ज हो सकती है।