खालिस्तानी समर्थक भगोड़े अमृतपाल सिंह ने सरेंडर (Amritpal Singh Surrenders) कर दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अमृतपाल सिंह को गिरफ्त में लेने के बाद पंजाब पुलिस उसे बठिंडा लेकर गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अमृतपाल को यहां से असम ले जाया जाएगा। अमृतपाल सिंह को असम में उसी जेल में रखा जाएगा, जहां उसके साथियों को बंद किया गया है।

एक प्राइवेट न्यूज चैनल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अमृतपाल सिंह का पंजाब पुलिस ने बठिंडा में मेडिकल करवाया है। अब उसे असम के डिब्रूगढ़ लेकर जाने की तैयारी चल रही है। अमृतपाल को बठिंडा से ही असम भेजा जाएगा। अमृतपाल का मेडिकल करने वाले डॉक्टर भी उसके साथ प्लेन में असम जाएंगे।

इससे पहले मिली जानकारी के अनुसार, अमृतपाल सिंह ने रोडेवाल गुरुद्वारे पहुंचकर पुलिस को सरेंडर के लिए कॉल करवाया। कुछ खबरें ऐसी भी हैं कि अमृतपाल सिंह के गुरुद्वारे पहुंचने के बाद जत्थेदार ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद मोगा पुलिस ने गुरुद्वारे जाकर उसे गिरफ्त में ले लिया। पंजाब पुलिस इसके बाद उसे अमृतसर ले गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल सिंह ने गुरुद्वारे में प्रवचन भी दिया है। पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया है। एक पूर्व जत्थेदार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अमृतपाल सिंह शनिवार रात ही रोडेवाल गांव के गुरुद्वारे पहुंच गया था। उसके यहां पहुंचने के बाद पुलिस यहां पहुंच गई थी। अमृतपाल सिंह ने रविवार सुबह उठने के बाद स्नान किया और फिर इसके बाद लोगों को संबोधित करने के बाद उसने पुलिस के सामने सरेंडर किया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, अमृतपाल को जिस गांव से गिरफ्तार किया गया, उसके लोगों ने इसकी गिरफ्तारी का बिलकुल भी विरोध नहीं हुआ। रोडवाल गांव से बेहद शांति के साथ अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी की गई। अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के बाद पंजाब पुलिस ने लोगों से शांति और सदभाव बनाए रखने की अपील की है। पुलिस ने किसी भी तरह की फेक न्यूज न फैलाने की अपील की है।

कौन है अमृतपाल सिंह (Who is Amritpal Singh)

Amritpal Singh को सरकार एक खालिस्तानी और पाकिस्तानी एजेंट मानती है। वह मार्च 18 से ही गायब था। वह जलंधर में पुलिस द्वारा उसकी गिरफ्तारी के लिए चलाए गए ऑपरेशन में बचने में सफल रहा था। अमृतपाल सिंह अजनाला में पुलिस थाने पर हमले के बाद सुर्खियों में आया था। उसके समर्थक उसे भिंडरवाले 2.0 भी मानते थे।

सरकारी की मानें तो अमृतपाल सिंह युवाओं को भड़काकर बड़ी साजिश रच रहा था। वह लगातार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में था। वह पंजाब का साम्प्रदायिक सदभाव बिगाड़ने की कोशिश भी कर रहा था। उसके खिलाफ ऑपरेशन लॉन्च करने से पहले पंजाब के सीएम भगवंत मान ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।