लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अपने नेताओं के आपसी बयानबाजियों से काफी परेशान है। स्थित यह हो गई है कि पार्टी ने सिरफुट्टौवल में व्यस्त नेताओं को खामोश रहने की चेतावनी जारी कर दी है। उत्तराखंड बीजेपी ने अपने विधायकों को सार्वजनिक रूप से दूसरे के खिलाफ बयानबाजियों से परहेज करने के लिए कहा है। तीन सदस्यीय कमेटी ने संबंधित नेताओं के संबंध में जारी जांच तक खामोश रहने के लिए कहा है।

बिजनस स्टैंर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को प्रदेश बीजेपी के मीडिया चीफ देवेंद्र भसीन ने कहा, “खजन दास के नेतृत्व वाली कमेटी ने आपसी सिरफुट्टौवल में व्यस्त नेताओं को वॉर्निंग दी है कि वे सार्वजनिक तौर पर एक दूसरे के खिलाफ ऐसी बयानबाजी न करें, जिससे पार्टी के अनुशासन को नुकसान पहुंचे और लोगों के बीच पार्टी को असहज स्थिति का सामना करना पड़े।” रिपोर्ट में बताया गया है कि बीजेपी ने इस स्थिति से निपटने के लिए कड़ा कदम उठाने की चेतावनी भी दी है। पिछले दिनों खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के बीच छिड़ी जुबानी जंग में मुख्यमंत्री देवेंद्र सिंह रावत को दखल देनी पड़ी थी।

मुख्यमंत्री रावत ने दोनों विधायकों को मनाया कि वे एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी ना करें। हालांकि, कुछ दिन बाद ही दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग फिर से छिड़ गई। दरअसल, मामला फिर से तूल तब पकड़ा जब कर्णवाल ने चैंपियन की शैक्षणिक योग्यता और उनके स्पोर्ट्सपर्सन की क्षमताओं पर सवाल खड़े कर दिए। जवाब में चैंपियन ने कर्णवाल को चुनौती देते हुए कहा कि वह आजमाना चाहते हैं कि रुड़की के स्टेडियम में ‘दंगल’ लड़ लें।