गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना के प्रमुख और कांग्रेस विधायक अपनी ही राजनीति में फंस गए हैं। 14 माह की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद बिहार, यूपी, मध्य प्रदेश सहित उत्तर भारतीयों पर बढ़ हमले में अपने संगठन का नाम आने पर अल्पेश ठाकुर ने सफाई दी है। अब वे डैमेज कंट्रोल की स्थिति में आ गए हैं। उन्होंने कहा, “राज्य में कहीं पर मात्र एक घटना हुई है। मैं इसकी निंदा करता हूं। यदि मैंने किसी को धमकी दी है तो मैं खुद जेल जाउंगा। गुजरात सभी है। यह जितना मेरा है, उतना ही आपका है।” दरअसल, सोमवार को गांधीनगर में पुलिस ने कांग्रेस नेता महोत ठाकोर का धमकी भरा एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में वे यूपी, बिहार के लोगों को राज्य छोड़ने की धमकी देते दिखाई देते हैं। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया था। महोत ठाकोर सेना के भी सदस्य हैं। हालांकि, अप्लेश ने महोत ठाकोर की गिरफ्तारी पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की। वहीं, करीब एक सप्ताह पहले अल्पेश ठाकुर ने भी कहा था, “प्रवासियों के कारण राज्य में अपराध बढ़ गया है। मेरे गुजरातियों को रोजगार नहीं मिल रहा है। क्या गुजरात ऐसे लोगों के लिए है?”

बता दें कि इससे पहले गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना के युवकों पर हिंसा का आरोप लगने के बाद अल्पेश ने 11 अक्टूबर से अनशन पर बैठने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि, “पांच जिलों में 25 से अधिक एफआईआर दर्ज किए गए हैं जिनमें 400 से अधिक उनके उनके संगठन के सदस्यों को नामजद बनाया गया है या गिरफ्तार किया है। यह उनके सेना को खत्म करने का षडयंत्र है। जब तक उनके सेना के सदस्यों पर दर्ज मुकदमा वापस नहीं लिया जाएगा, वे धरने पर बैठे रहेंगे।”

इन सब के बीच गुजरात सरकार ने उत्तर भारत के लोगों से अपील की है कि वे राज्य छोड़कर नहीं जाएं। जो लोग जा चुके हैं, वे भी वापस आ जाएं। राज्य के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने सभी को सुरक्षा का आश्वासन दिया है। हालांकि, अभी भी गैर-गुजरातियों के बीच हिंसा का भय व्याप्त है। कुछ डर की वजह से लौट रहे हैं तो कुछ ने गुप्त स्थानों पर शरण ले रखी है।