पंजाब नेशनल बैंक की भागलपुर समेत देश की तमाम शाखाएं बीते पांच रोज से सर्वर की परेशानी से जूझ रही है। नतीजतन बैंक के लाखों ग्राहक बुरी तरह से परेशान है। आरटीजीएस, एनईएफटी, क्लियरिंग, ड्राफ्ट व जमा – निकासी का काम प्रभावित ही नही बिल्कुल ठप है। बैंक के अधिकारी बताते है कि हालात सामान्य होने में अभी कम से कम 15-20 रोज और लग सकता है। प्रेस क्लब आफ इंडिया के अध्यक्ष व वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्ता ने सोशल मीडिया फेसबुक पर लिखा है कि यह कैसा डिजिटल इंडिया है। इन्होंने बीते दिनों पंजाब नेशनल बैंक का अपने खाते का चेक किसी दूसरी बैंक में जमा दिया था। दो रोज बाद उस बैंक ने वह चेक यह कहकर वापस कर दिया कि पीएनबी के सर्वर की वजह से क्लियरिंग का काम बंद है। यह तो एक वानगी है। देश के लाखों ग्राहक परेशान है।
दरअसल बीते एक हफ्ते से पीएनबी अपने सर्वर को अपडेट करने में लगा है। पीएनबी के डीजीएम रैंक के अधिकारी निर्मल कुमार सिंह बताते है कि दिल्ली और मुंबई डाटा सेंटर में इंफोसिस कंपनी सर्वर को अपडेट करने में लगी है। इससे पहले फिनाकल7 पर बैंक की शाखाएं काम करती थी। अब फिनाकल 10 पैकेज पर अपडेट किया जा रहा है। थोड़ी परेशानी तो आनी है। लेकिन बगैर किसी जमीनी तैयारी के अचानक सिस्टम अपडेट करने से ग्राहकों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। पीएनबी बाजार शाखा के ग्राहक संजीव कुमार शर्मा कहते है कि ड्राफ्ट तक नहीं बन रहे।
गौरतलब है कि पूरे देश के 764 शहर व ग़ांव में पीएनबी की 6937 शाखाएं है। और सभी की सभी फिनाकल 10 लाने की वजह से सर्वर न मिलने की परेशानी से जूझ रही है। शहरी इलाके की उन शाखाओं में बड़ी मुश्किल से 10-20 लेनदेन हो पा रहे है जहां लीज लाईन है। मगर सुदूर गांवों और सामान्य गांवों की शाखाएं तो बिल्कुल ठप है। ये शाखाएं वीसेट कनेक्टिविटी से चलती है। वहां की शाखाओं के कर्मचारी व अधिकारी बैंक तो जाते है। मगर बगैर कोई काम किए अपने नजदीक शहर की शाखा शाम को आकर डे ओपन व डे इंड करने को मजबूर है। इन शाखाओं में तो बगैर लीज लाईन या रेडियो फ़्रीकेंसी ( आरएफ ) के हालात सामान्य होने की गुंजाइश नजर नहीं आती है। और पीएनबी की ज्यादातर शाखाएं ऐसी ही है। बहरहाल तो पीएनबी के ग्राहकों के लिए शहर व ग़ांव एक जैसे हो रखे है। मगर शाखा स्तर के किसी अधिकारी या कर्मचारी के बस की भी बात नहीं है। जो होना है वह दिल्ली व मुंबई से होना है। और करेगी इंफोसिस कंपनी।