उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नोटबंदी को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि उन्हें राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव का सबसे ज्यादा इंतजार है और बैंकों तथा एटीएम की कतार में लगी जनता अब मतदान के लिये लाइन लगाकर भाजपा के खिलाफ वोट डालेगी। मुख्यमंत्री ने राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री ने बिना किसी तैयारी के देश में नोटबंदी लागू कर दी। हम सब चाहते हैं कि कालाधन और भ्रष्टाचार खत्म हो जाए, लेकिन जो पैसा बाजार में होना चाहिये, वह कहां है। लोग अब भी लम्बी-लम्बी कतारों में खड़े हैं।
गरीब मजदूर बेरोजगार हो गये हैं। किसानों को परेशानी हुुई है। यह देश की जनता के साथ साजिश है। उन्होंने प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘‘जल्द ही यूपी में लाइन लगने की तैयारी है। मैं चुनाव का सबसे ज्यादा इंतजार कर रहा हूं। हम चाहते हैं कि तारीख जल्दी घोषित हो और हम जनता के पास जल्दी जाएं। जिसने सरकार ने जनता को दुख दिया उसे जनता हटा देगी।’
अखिलेश ने कहा, ‘‘नोटबंदी के पीछे तीन सवाल थे, कालाधन, भ्रष्टाचार और जाली नोटों पर रोक, लेकिन आपसे कितनी बड़ी गलती हो गयी। आपने कहा कि बैंक में जमा कर दो 500 और हजार रुपए के नोट, सबने जमा भी कर दिये। आपने जांच भी नहीं की कि कौन से नोट जमा हो रहे हैं। वे सब आपके खजाने में चले गये।’ उन्होंने एक सवाल पर कहा कि वह केंद्र सरकार से पूछना चाहते हैं कि उसने नकदी रहित लेन-देन की क्या तैयारी की है। इंटरनेट कहां है। अगर भाजपा को कैशलेस इकोनामी लानी थी तो पूरे देश को मुफ्त स्मार्टफोन देना चाहिये था।
