उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को विक्रमादित्य मार्ग पर स्थित सरकारी बंगला छोड़कर लखनऊ के वीवीआईपी गेस्ट हाउस में शिफ्ट हो गए हैं। अखिलेश यादव के साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा नेता मुलायम सिंह यादव ने भी सरकारी बंगला खाली कर दिया। वीवीआईपी गेस्ट हाउस में शिफ्ट होने के बाद आज सुबह उठकर अखिलेश यादव साईकलिंग करने निकले। इसी बीच उन्हें स्थानीय लोग क्रिकेट खेलते दिखे तो पूर्व मुख्यमंत्री ने उनके साथ क्रिकेट भी खेला। बता दें कि बंगला खाली करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने रविवार तक की डेडलाइन दी थी, जिसके चलते रविवार को इन नेताओं ने भी सरकारी बंगले खाली कर दिए। भाजपा नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह पहले ही सरकारी बंगला खाली कर चुके हैं। अब कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता एनडी तिवारी ही ऐसे नेता हैं, जिन्होंने डेडलाइन बीत जाने के बाद भी सरकारी बंगला खाली नहीं किया है।
समाजवादी पार्टी के सूत्रों के अनुसार, अखिलेश यादव शहीद पथ के नजदीक बन रही एक निजी टाउनशिप में बन रहे एक बंगले में शिफ्ट हो सकते हैं। फिलहाल इस बंगले में निर्माण कार्य चल रहा है। कहा जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारियों के लिए अखिलेश यादव पार्टी ऑफिस के नजदीक रहना चाहते हैं, ताकि पार्टी नेताओं से मुलाकात कर सकें। मुलायम सिंह यादव भी शहीद पथ पर बन रहे अखिलेश यादव के बंगले के नजदीक किसी निजी बंगले में शिफ्ट हो सकते है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी अपना सरकारी बंगला छोड़कर गोमती नगर में एक निजी घर में शिफ्ट हो गए हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अपना 13-ए मॉल एवेन्यू वाला सरकारी बंगला खाली कर दिया है और 9, मॉल एवेन्यू वाले अपने निजी बंगले में शिफ्ट हो गईं।
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग का सरकारी बंगला खाली कर दिया है अब वो अपने परिवार के साथ वीवीआईपी गेस्ट हाउस में शिफ्ट हो गए हैं. इसी बीच आज सुबह वो स्काईलिंग के लिए निकले और साथ ही स्थानीय लोगों के साथ क्रिकेट खेला. (@neelanshu512) #ReporterDiary pic.twitter.com/9X9tdpg8gB
— आज तक (@aajtak) 3 June 2018
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी की पत्नी उज्जवला तिवारी ने सरकारी बंगला खाली करने के लिए राज्य सरकार से और वक्त मांगा है। उज्जवला तिवारी ने संपत्ति विभाग को लिखे एक पत्र में कहा है कि एनडी तिवारी और वह फिलहाल दिल्ली में हैं और अपने जीवन के अंतिम समय में हैं। वहीं उनकी भी तबीयत थोड़ी खराब है, ऐसे में वह लखनऊ आकर सरकारी बंगला खाली करने में असमर्थ हैं।