Prayagraj : सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल के मर्डर का एक सीसीटीवी फुटेज ट्विटर पर शेयर किया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए योगी सरकार पर तंज भी कसा है।
उन्होने ट्वीट किया कि “ये है उप्र में एनकाउंटर सरकार की झूठी छवि का सच्चा एनकाउंटर, जहां इलाहाबाद में सरेआम एक हत्याकांड के गवाह सहित दो पुलिसकर्मियों को बम-गोली से भून दिया गया। उप्र की भाजपा सरकार के तहत ऐसी सुरक्षा व क़ानून-व्यवस्था में आम जनता भयभीत है”
शुक्रवार (23 फरवरी) को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल को गोली मार दी गई थी। उमेश पाल को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई थी।
क्या था मामला ?
इलाहाबाद पश्चिमी से बसपा विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को हत्या कर दी गई थी। यह वारदात सुलेम सराय में दिनदहाड़े हुई थी। इसके बाद बसपा ने उनकी पत्नी पूजा पाल को टिकट दिया था और वह चुनाव जीत गई थी। वर्तमान में पूजा पाल कौशांबी की चायल सीट से समाजवादी पार्टी की विधायक हैं। राजू पाल हत्याकांड में पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके छोटे भाई अशरफ समेत कई अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
उमेश पाल जो इस मामले में मुख्य गवाह थे। वह राजू पाल की पत्नी पूजा पाल की सगी बुआ का लड़का था। राजू पाल हत्याकांड की जांच सीबीआई ने की थी और उमेश पाल को पहले भी जान से मारने की धमकी दी गई थी। पूजा पाल भी कई बार शिकायत कर चुकी है कि उमेश पाल की हत्या की जा सकती है।
मामले में जारी थी बहस
इस मामले को लेकर कोर्ट में कार्यवाही जारी थी। घटना के बाद एडवोकेट विक्रम सिन्हा ने कहा कि केस में फाइनल बहस चल रही थी। हम लोगों की तरफ से बहस समाप्त हो चुकी थी। जबकि इस केस में कोर्ट आज बहस खत्म करना चाहती थी। जिसके बाद किसी को समय नहीं दिया जाता।” उमेश पाल के अपहरण मामले में विक्रम सिन्हा उमेश पक्ष के वकील हैं।