वारिस पंजाब दे प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह अभी भी फरार है। उसे पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस और अन्य एजेंसियां जगह-जगह छापेमारी कर रही हैं। हालांकि अभी तक उसका कोई सुराख़ नहीं लग पाया है। अमृतपाल सिंह के कई सीसीटीवी वीडियो सामने आये है, लेकिन अभी तक उसका कुछ अता-पता नहीं है। वहीं अब अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अमृतपाल सिंह मामले को लेकर बड़ी बैठक बुलाई है।

27 मार्च यानि आज श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में अलग-अलग सिख संगठनों, टकसालों, संप्रदायों, सिंह सभाओं के प्रतिनिधियों को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। इस बैठक की अध्यक्षता अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह करेंगे। बता दें कि बैठक में शामिल होने के लिए 60 से 70 सिख संगठन और निहंग समूहों को शामिल होने के लिए संदेश भेजा गया है।

बता दें कि इससे पहले शनिवार को अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अमृतपाल सिंह को सरेंडर करने के लिए कहा था। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा था कि अमृतपाल पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दें और जांच में सहयोग करें। इसके साथ ही हरप्रीत सिंह ने पुलिस की क्षमता पर भी सवाल उठाए थे और कहा था कि इतनी बड़ी पुलिस फोर्स होने के बावजूद अभी तक वे अमृतपाल सिंह को क्यों नहीं पकड़ पाए हैं।

ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा था, “अमृतपाल सिंह अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। मैं उसे पुलिस के सामने पेश होने और जांच में सहयोग करने के लिए कहूंगा। दुनिया के हर सिख के मन में अभी यह सवाल उठ रहा है कि इतनी बड़ी पुलिस फोर्स होने के बावजूद अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा सका? यह पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है। अगर अमृतपाल को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है तो पुलिस को ऐसा बताना चाहिए।”

जालंधर जिले में उसके काफिले को रोके जाने पर अमृतपाल सिंह ने खुद पुलिस को चकमा दे दिया और पुलिस के जाल से बच गया था। पंजाब सरकार ने अमृतपाल और उसके कुछ सहयोगियों के खिलाफ सख्त से सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया है।