उत्तरप्रदेश में योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मंत्रियों के जातीय समीकरण पर अब एआईएमआईएम (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाया है। ओवैसी ने इस सवाल के जरिए ओबीसी वोटरों को अपने पक्ष में करने की कोशिश की है।
ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि मुसलमानों का डर दिखाकर ओबीसी के वोटों की चोरी हो रही है। ओवैसी ने ट्वीट कर कहा- “ओबीसी भाइयों ने झोली भर-भर के भाजपा को वोट दिया, लेकिन योगी के नए मंत्रिमंडल में 67% मंत्री सवर्ण हैं और सिर्फ 29% पिछड़े समाज से हैं। मुसलमानों का डर दिखा कर आपके वोटों की चोरी हो रही हैं। “हिंदू एकता” के नाम पर आपकी सियासी पहचान को खत्म किया जा रहा है”।
यूपी में योगी सरकार ने रविवार को अपना मंत्रिमंडल विस्तार किया था। इसमें यूपी में अगले साल होने वाले चुनाव को पूरा ध्यान रखा गया गया है। इसमें कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए जितिन प्रसाद समेत 9 नए लोगों को मंत्री बनाया है। इन मंत्रियों में 3 ओबीसी समुदाय से और दो एससी और एक एसटी समुदाय से हैं।
योगी के इस मंत्रिमंडल विस्तार पर विपक्ष लगातार निशाना साध रहा है। इसी क्रम में ओवैसी ने योगी मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधा है। ओवैसी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर यूपी में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। इसके लिए एआईएमआईएम के चीफ लगातार यूपी में कार्यक्रम कर जनसमर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
जिन्ना की एंट्री: वहीं दूसरी ओर योगी सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस दिग्विजय सिंह जैसे लोगों के अंदर ओसामा की आत्मा है और जिन्ना की तस्वीर है।
इससे पहले ओवैसी ने योगी के अब्बाजान वाले कमेंट को लेकर भी योगी पर हमला बोला था। ओवैसी ने कहा कि योगी ‘अब्बा जान’ क्यों कहते हैं? उन्हें इसके बजाय ‘पिता जी’ कहना चाहिए। एक कार्यक्रम के दौरान ओवैसी ने खुद को अब्बा भी कहा था। ओवैसी ने यूपी में एक सभा में कहा था- “लोग मुझे ‘चाचा जान’ कह रहे हैं। मैं उन लोगों का पिता हूं, जो उत्तर प्रदेश में गरीब और कमजोर हैं, उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं। मैं उन लोगों का भाई हूं जो पीड़ित और उत्पीड़ित महिलाएं हैं। अगर कमजोर का साथ देना मुझे ‘अब्बा’ बना देता है, तो मैं उनका ‘अब्बा’ हूं”।
ओवैसी होने वाले विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए इस बार पूरी जोर लगा रहे हैं। प्रदेश में ओम प्रकाश राजभर और भीम आर्मी के साथ ओवैसी गठबंधन करने के लिए भी प्रयास कर रहे हैं।