सक्रिय राजनीति में प्रियंका गांधी की एंट्री के बाद उन पर विपक्षी पार्टियों की तरफ से आपत्तिजनक बयानबाजी भी तेज हो गई है। प्रियंका को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा चुनाव के लिए पूर्व उत्तर प्रदेश की कमान सौंपे जाने के बाद से ही जुबानी हमले जारी हैं। इसी को लेकर कांग्रेस महिला मोर्चा ने प्रियंका के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का फैसला किया है। 4 फरवरी 2019 के बाद केस दर्ज कराने की शुरुआत होगी।

महिलाओं के साथ राजनीति में नहीं होता सही व्यवहारः कांग्रेस महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कहा कि प्रियंका के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाने वालों के खिलाफ राज्य अध्यक्ष अपने-अपने राज्यों की राजधानियों में एफआईआर दर्ज कराएं। ताकि हम उन लोगों को जवाब दे सकें जो इस गंदे अभियान को चला रहे हैं। देव ने ट्विटर पर वीडियो जारी कर कहा कि महिलाओं के राजनीति में न आने का एक कारण यह भी है कि उनके साथ सही तरह का व्यवहार नहीं किया जाता है।

‘प्रियंका के साथ ऐसे व्यवहार का दुख’: उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि प्रियंका गांधी को भी इस तरह के व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है। देव ने कहा, ‘प्रियंका के महासचिव बनने के बाद से बहुत से बीजेपी नेताओं के द्वारा की गई टिप्पणियां आहत करने वाली हैं।’ सोशल मीडिया पर प्रियंका गांधी को लेकर लगातार बयानबाजी की जा रही है, यही नहीं उनके खिलाफ बाकायदा कैंपेन चलाए जा रहे हैं।

प्रियंका पर विवादास्पद टिप्पणियांः उल्लेखनीय है कि प्रियंका गांधी को नई जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद बिहार के मंत्री विनोद नारायण ने उन पर तंज कसते हुए कहा था कि राजनीति में केवल सुंदरता के ऊपर वोट नहीं बटोरे जा सकते। वहीं दूसरी ओर बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय भी प्रियंका गांधी को लेकर ऐसी ही बयानबाजी कर चुके हैं। बता दें कि विजयवर्गीय ने प्रियंका पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में ‘चॉकलेटी चेहरे’ के आधार पर चुनाव जीतना चाह रही है। हालांकि बाद में अपना बयान बदलते हुए कहा कि चॉकलेटी फेस को लेकर जो उन्होंने जो बयान दिया था वह बॉलीवुड सितारों के लिए था प्रियंका के लिए नहीं।