लूट मामले के एक संदिग्ध ने शहर के उच्च सुरक्षा वाले अपराध शाखा कार्यालय के भीतर 37 वर्षीय एक पुलिस कांस्टेबल की हत्या कर दी। संदिग्ध अपराध को अंजाम देने के बाद घटनास्थल से फरार हो गया। अपराध शाखा में तीन-स्तरीय सुरक्षा के बावजूद अपराधों को सुलझाने में ख्याति प्राप्त विशिष्ट बल की छवि को इस घटना से धक्का लगा है। घटना के करीब तीन घंटे के बाद पूछताछ कक्ष से गुरुवार सुबह में कांस्टेबल का शव बरामद किया गया।
पुलिस ने बताया कि एक हिस्ट्री-शीटर और मादक पदार्थों के व्यापार में शामिल मनीष बलई ने कांस्टेबल चंद्रकांत मकवाना (37) की हत्या की है। पुलिस इंस्पेक्टर (अपराध शाखा) आरआर सरवैया के मुताबिक, रात दो बजे से लेकर तड़के चार बजे के बीच मकवाना बलई से पूछताछ कर रहा था।
संदिग्ध ने पुलिस कांस्टेबल के सिर और चेहरे पर लोहे के छड़ से हमला किया। उन्होंने बताया, ‘गुरुवार तड़के वहां हत्या हुई जहां पर बलई को हिरासत में रखा गया था।’ सरवैया ने बताया कि हम पोस्टमार्टम के बाद मौत के निश्चित कारण के बारे में जान सकेंगे। हालांकि हत्या के तीन घंटे के बाद शव मिला और उनका खून सूख गया था। उन्होंने बताया कि हत्या करने के बाद बलई अपराध शाखा कार्यालय से भाग गया।