आगरा के थाना मलपुरा क्षेत्र के सिरौली, धनौली और अजीजपुरा में पक्की सड़क और नाले के निर्माण की मांग को लेकर बीते 81 दिनों से चल रहे धरने में बैठी रानी देवी नाम की महिला की मौत हो गई। वहीं मृतका रानी के बगल में सोई हुई महिला को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया गया।
शहर के मलपुरा थाना क्षेत्र के इन गांवों में बीते 13 अक्टूबर से प्रशासन के खिलाफ रोजाना धरना जारी है। लोगों की प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द इस मामले में कोई कदम उठाया जाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते 81 दिनों में हमने जिला मुख्यालय में धरना दिया, भूख हड़ताल की लेकिन प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रही। किसी ने अगले चुनावों का बहिष्कार किया तो इनमें से कुछ ऐसे हैं जिन्होंने अपने घरों के दीवारों पर “बिक्री के लिए” बैनर तक चिपका दिए।
मृतका रानी देवी (48) मलपुरा थाना क्षेत्र के विकास नगर की रहने वाली थी और बीते 13 अक्टूबर से सिरोली-धनोली रोड धरना स्थल पर रोजाना प्रदर्शन करने जाया करती थी। वहीं जूते की फैक्ट्री में काम करने वाले रानी के बेटे नीरज ने बताया कि, “उस दिन मैंने मां से कहा कि रात में वहां (धरना स्थल) मत जाओ लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी।”
इसके बाद जब रविवार को नीरज उन्हें चाय देने पहुंचा तो उनकी मां अचेत थी और पूरा शरीर ठंडा पड़ चुका था। इसके बाद उसने डॉक्टर को बुलाया लेकिन डॉक्टर ने भी रानी को मृत घोषित कर दिया। नीरज ने कहा कि मेरी मां की मौत के लिए पूरी तरह से जिला प्रशासन जिम्मेदार है।
घटना के बाद धरना स्थल पर हुई मौत के मामलें में एसडीएम लक्ष्मी एन ने कहा कि हम परिवार की हरसंभव मदद करेंगे और चाहेंगे कि उसे मुख्यमंत्री राहत कोष व अन्य सरकारी योजनाओं से कुछ आर्थिक सहायता मिल सके। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता और धरने का नेतृत्व करने वाली सावित्री चाहर ने कहा, हमने बीते तीन सालों में कई बार जल निकासी, सड़क, स्वच्छता व स्वच्छ पेयजल सहित इस मुद्दे को लेकर भी बात उठाई लेकिन हमें प्रशासन की तरफ से केवल आश्वासन दिया गया।
डीएम प्रभु एन सिंह ने कहा कि, मृतक महिला के परिजनों को उचित सहायता प्रदान की जाएगी। लेकिन धनोली समेत कई अन्य जगहों के लिए करीब 43 करोड़ रुपयों के विकास कार्यों को स्वीकृत किया गया है। कई जगहों पर काम चालू है लेकिन यहां भी कुछ समय में प्रस्तावित इलाकों में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।