अग्निपथ स्कीम को लेकर देशभर में बढ़ते जा रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच हरियाणा के महेंद्रगढ़ और झज्जर जिले के सभी प्राइवेट कोचिंग सेंटर्स को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। इन सभी कोचिंग सेंटर्स में सरकारी नौकरी के लिए तैयारी करवाई जाती है। जिला प्रशासन ने हिंसक प्रदर्शनों को रोकने और शहर की शांति व्यवस्था को बनाए रखने के उद्देश्य से यह कदम उठाया है।

महेंद्रगढ़ के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट की तरफ से जारी एक सरकारी बयान में कहा गया कि सरकारी नौकरियों की तैयारी कराने वाले निजी संस्थान/ अकादमी/ कोचिंग को बंद करने का निर्देश दिया जाता है। ये सभी कोचिंग सेंटर अगले सराकरी आदेश तक बंद रहेंगे।

आदेश का पालन न करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
आदेश में कहा गया कि इन संस्थानों में बड़ी संख्या में छात्र पढाई के लिए आते हैं। ऐसे में आशंका है कि यहां नामांकित युवा अग्निपथ स्कीम के विरोध में शामिल हो सकते हैं। इसके चलते सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के अलावा शांति भंग कर सकते हैं। इस तरह की सभी गतिविधियों को रोकने के लिए सभी संस्थान अगले आदेश तक के लिए बंद रखें। आदेश का पालन न करने वालों पर सख्त कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए हैं।

इसके साथ ही, झज्जर के उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में पिछले कुछ दिनों से बवाल मचा हुआ है। शनिवार (18 जून, 2022) को यहां आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई थीं। इसके अलावा, हरियाणा के शुक्रवार (17 जून, 2022) को अन्य जिलों में भी विरोध प्रदर्शन हुए थे।

इसके तहत, प्रदर्शनकारियों ने सोनीपत में रोहतक-पानीपत राजमार्ग बंद कर दिया था और कैथल, फतेहाबाद एवं जींद में भी विरोध प्रदर्शन हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने दुकानों और कई वाहनों को क्षति पहुंचाई थी। राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने हिंसा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी।