बिहार विधानसभा चुनाव नतीजों ने लोकजन शक्ति पार्टी को भारी निराशा में ढकेल दिया। एलजेपी की बुरी हार के बाद अब पार्टी में आतंरिक कलह भी सतह पर आने लगा है। पार्टी के बड़े नेता खुलकर पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं। एलजेपी नेता केशव सिंह ने चिराग पासवान पर आरोप लगा दिया है कि चिराग, राजद और कांग्रेस से मिले हुए हैं। इतना ही नहीं केशव सिंह ने यहां तक कह दिया है कि चिराग का भाजपा प्रेम तो बस दिखावा है।
चिराग पासवान के नेतृत्व में पार्टी की बुरी हार से नाराज केशव सिंह ने कहा है कि चिराग की दुश्मनी नीतीश कुमार से थी, लेकिन उन्होंने भाजपा, हम और वीआईपी के खिलाफ भी अपने उम्मीदवार दिए। उन्होंने बिहार में एनडीए को हराने के लिए व्यूह रचना की हालांकि वो सफल नहीं हो सके। केशव सिंह ने कहा कि चिराग, लोजपा में अकेले रह जाएंगे। अगले ही महीने असली लोजपा का गठन होगा। एलजेपी की हार पर केशव सिंह ने कहा कि चिराग पासवान के नेतृत्व में यह लोकजन शक्ति पार्टी की सबसे बड़ी हार है। रामविलास पासवान के समय पार्टी के 29 विधायक थे आज महज एक हैं।
केशव सिंह ने कहा कि ‘चिराग पासवान अंदर से महागठबंधन के लिए काम करते हैं। इसीलिए तो राघोपुर और भागलपुर में भाजपा के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा किया। दोनों ही जगहों पर भाजपा की हार हुई। उन्होंने राघोपुर में तेजस्वी यादव को जिताने तथा भागलपुर में कांग्रेस के अजीत शर्मा को जितवाने में अहम भूमिका निभाई। आज तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बन गए जबकि अजीत शर्मा कांग्रेस विधायक दल के नेता बन गए।