AAP vs BJP: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) और बीजेपी की लड़ाई अब राष्ट्रपति तक पहुंच गई है। दोनों दलों के नेताओं का डेलिगेशन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेगा। आप विधायकों का डेलिगेशन 7 सितंबर 2022 को राष्ट्रपति से मिलेगा और ‘ऑपरेशन लोटस’ की शिकायत करेगा।

आम आदमी पार्टी लगातार आरोप लगा रही है कि बीजेपी उनकी सरकार गिराने की कोशिश कर रही है। आप विधायक आतिशी ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, “मैंने भारत के लोकतंत्र की संरक्षक-माननीय राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है।” उन्होंने कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी के विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल ‘ऑपरेशन लोटस’-देश भर में राज्य सरकारों को अस्थिर करने के भाजपा के प्रयास पर चर्चा करने के लिए उनसे मिलना चाहता है।’’

एक दूसरे ट्वीट में आप विधायक ने दावा किया कि राष्ट्रपति उनसे मिलने के लिए सहमत हो गयी हैं। उन्होंने लिखा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि माननीय राष्ट्रपति ने 7 सितंबर को आम आदमी पार्टी विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल से मिलने का समय दिया है।

भाजपा के ऑपरेशन लोटस के खिलाफ शिकायत: कालकाजी से विधायक आतिशी ने दावा किया कि भाजपा ने विभिन्न राज्यों में सरकारें गिराने और अपनी सरकार बनाने के लिए अन्य दलों के 277 विधायकों को खरीदा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने आप के 40 विधायकों को खरीदने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘बैठक के दौरान पार्टी प्रतिनिधिमंडल भाजपा के प्रचार अभियान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगा और यह भी जांच की मांग करेगा कि उन्होंने इतनी बड़ी रकम कहां से जमा की।”

सीबीआई में दर्ज की शिकायत: बुधवार को आप विधायकों का 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राज्य में अन्य दलों की सरकारों को गिराने के भाजपा के प्रयासों की जांच की मांग करने के लिए सीबीआई निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल से मिलने गया था, हालांकि सीबीआई निदेशक के कार्यालय ने मुलाकात के उनके अनुरोध पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।

भाजपा की शिकायत होने पर सीबीआई डरती है: सीबीआई मुख्यालय में प्रवेश की अनुमति न मिलने पर आप विधायक विरोध में वहीं धरने पर बैठ गए थे। जिसके बाद विधायक आतिशी ने संवाददाताओं से कहा था, ‘‘हमने आखिरकार शिकायत दर्ज कराई और इसकी रसीद भी मिल गई। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जनता के 10 निर्वाचित प्रतिनिधियों को लगभग दो घंटे तक सड़क पर इंतजार करना पड़ा और कोई भी अधिकारी हमसे नहीं मिला।’’ उन्होंने कहा ऐसा लगता है कि भाजपा के खिलाफ शिकायत होने पर सीबीआई डर जाती है।

भाजपा विधायक भी राष्ट्रपति से मिलेंगे: वहीं, दूसरी ओर दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि आप सरकार ने उपराज्यपाल वी के सक्सेना का अपमान किया है। रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा, ‘‘उपराज्यपाल के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किए जाने के अलावा, उन्हें भेजी गई फाइल पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर भी नहीं हैं। कैबिनेट की बैठक के बाद उन्हें कैबिनेट नोट भेजे गए। इन सभी गतिविधियों को देखते हुए इस सरकार को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए।’’ रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि भाजपा विधायक 6 सितंबर को राष्ट्रपति से मिलेंगे।